Wednesday, November 18, 2015

Effective remedies for chin hair removal in Hindi | ठोड़ी के बालों को हटाने लिए घरेलू उपचार

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Effective remedies for chin hair removal in Hindi | ठोड़ी के बालों को हटाने लिए घरेलू उपचार
                अनचाहे बाल चेहरे पर धब्‍बे की तरह होते हैं, अगर ये बाल ठोढ़ी पर हों तो इनको हटाना ही सही है, क्‍योंकि इससे आकर्षण कम होता है। इसे हटाने के लिए घर पर बनें कुछ पेस्ट उपयोगी हो सकते हैं। बाल निकालने के लिए घरेलू उपचार सबसे उत्तम है क्योंकि इनका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। प्रतिक्रियात्मक उत्पादों की तुलना में घरेलू उत्पाद प्रभावी हैं और आपकी त्वचा के लिए उपयुक्‍त भी हैं। इस बारें में विस्तार से जानने के लिए इस स्लाइडशो को पढें।  

1. संतरे के छिलके से बना पैक
दो संतरे के छिलके पीसें, इस पाउडर को कटोरी में रखें। इस कटोरी में गुलाब जल और बादाम का पाउडर मिलाएं। इन सभी घटकों को आपस में मिलाएं तथा फिर इसे अपनी ठोढ़ी पर लगायें। ठोढ़ी के बालों को दूर करने के लिए यह एक उत्तम उपाय है।

2. ओटमील पैक या जौ
मुट्ठी भर ओट्स उबालें। ठंडा करें और एक ओर रख दें। इस ओट्स में एक बूंद नीबू का रस और शक्कर मिलाएं। इसे अच्छे से मिलाएं तथा अनचाहे बालों से छुटकारा पाने के लिए इस पैक को ठोढ़ी पर लगायें। ठोढ़ी के अनचाहे बालों को हटाने के लिए नीबू के रस में जौ का पानी मिलकर लगायें। सुबह उठकर इस मिश्रण से चेहरे को धोएं।

3. पपीता व प्याज का पेस्ट
क्या आप जानते हैं कि कच्चे पपीते का पेस्ट अनचाहे बालों को निकालने के लिए अच्छा होता है। पपीते के गूदे का उपयोग एक पतले पैक के रूप में 
किया जाता है जिसे सूखने पर उल्टी दिशा में खींचकर निकलना पड़ता है। दो प्याज़ लें तथा उनकी पेस्ट बनायें। इस पेस्ट में टमाटर का रस मिलाएं 
तथा ठोडी के अनचाहे बालों को दूर करने के लिए इस पैक को ठोडी पर लगायें। 

4. अखरोट और बादाम का स्क्रब और पोटैटो पील
कुछ (6) अखरोट और मुट्ठी भर बादाम लें तथा इन्हें पीसें। इन दोनों को मिलाएं तथा इसमें थोडा सा गुलाब जल मिलाएं। इस पैक का उपयोग करने से चेहरे 
के अनचाहे बाल जल्दी दूर होते हैं। आलू को पीसकर गाढ़ा पेस्ट बनायें तथा इसमें अखरोट का पेस्ट मिलाएं। ठोडी के अनचाहे बालों को निकालने के 
लिए इस पैक का उपयोग करें।

5. टमाटर और बेसन
2 टेबलस्पून बेसन में टमाटर का रस मिलाएं। इस मिश्रण को ठोडी पर 15 मिनट तक लगा रहने दें। इस पैक को चेहरे से उतारें और जैसे ही आप पैक निकलेंगी वैसे ही आप देखेंगी कि अनचाहे बाल पैक के साथ निकल आते हैं।

6. नींबू शुगर बेसन स्क्रब
शक्कर और नीबू को मिलाकर बनाया हुआ स्क्रबर बालों को निकालने के लिए दूसरा सबसे उत्तम पेस्ट है। यह संवेदनशील त्वचा के लिए बहुत उपयोगी है। शक्कर मृत त्वचा को निकालती है जबकि नीबू बालों के रंग को हल्का करता है। बेसन में नीबू का रस मिलाएं। इन दोनों का मिश्रण ठोढ़ी के अनचाहे बालों को निकालने के लिए करें। इस मिश्रण को अपने चेहरे पर 20 मिनिट तक लगा रहने दें तथा फिर धो डालें।

7. हल्दी का पैक और गुलाबजल
ठोढ़ी के बालों को हटाने के लिए हल्दी का पैक सबसे उत्तम घरेलू उपचार है। दूध में एक टेबलस्पून हल्दी मिलाएं तथा इस मिश्रण को चेहरे पर लगायें। 15 मिनिट बाद गुनगुने पानी से धो डालें। अपने चेहरे को प्रतिदिन दो बार गुलाब जल से धोएं। इससे चेहरे के बाल मृत हो जाते हैं तथा साथ ही साथ ठोढ़ी की त्वचा का रंग भी उजला होता है।

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Unwanted hairs are like spots on the face, the hair on the chin if it is only right to delete them, because it is less attraction. Be certain to remove the paste can be useful at home. Home remedies for hair removal is the best because they do not have any side effects. Reflective products compared to domestic products are effective and are suitable for your skin. To learn more about this, read the slideshow.   

1. Pack made ​​from orange peel
Grinding 
two orange peel, put the powder in the bowl. Mix rose water and almond powder in the bowl. Mix all of these components together and then apply it on your chin. Chin, it's a good idea to remove the hair. 

2. Pack oatmeal or barley
oats boil handful. Cold and leaving aside. Mix lime juice and sugar in a drop in the oats. Mix it well and to get rid of unwanted hair on the chin and apply the pack. Chin for removing unwanted hair in lemon juice together and apply barley water. Wash the face with this mixture morning. 

3. Papaya and onion paste
of raw papaya paste that you know is good for removing unwanted hair. Use a thin pack of papaya pulp as  
the drying is carried out by pulling in the opposite direction does. Take two onions and make the paste. Mix tomato juice in the paste  
and the chin to remove unwanted hair on chin and apply this pack.  

4. Walnut and almond scrub and Potato Peel
some (6) and a handful of walnuts and almonds make these grinding. Mix the two and a little rose water and mix. Using the pack faces  
are away unwanted hair quickly. Make a thick paste by grinding the potatoes and add the walnut paste. Chin to remove unwanted hair, use this pack. 

5. Tomatoes and flour
2 tablespoons tomato juice Mix in flour. This mixture took 15 minutes to leave the chin.Launch of the pack face and as soon as you shall see that you pack shall likewise packed with unwanted hair come out. 

6. Lemon sugar scrub flour
, sugar and lemon to remove hair from the fusion of the scrubber is the second best paste. It is very useful for sensitive skin. Sugar removes dead skin, while lemon lightens hair color. Mix in flour lemon juice. Combine the two to remove unwanted hair on the chin. This mixture on your face and leave it on for 20 minutes then wash. 

7. Pack of turmeric and rosewater
pack of turmeric for chin hair removal is the best home remedies. Mix in milk tablespoons turmeric and apply this mixture on the face. Wash with lukewarm water after 15 minutes.Wash your face twice daily with rose water. This facial hair are dead as well as the color of the skin of the chin is also white.

Tuesday, November 10, 2015

Home-remedies-for-stretch-marks | स्ट्रेच मार्क्स दूर करने के 10 आसान घरेलू तरीके

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Home-remedies-for-stretch-marks | स्ट्रेच मार्क्स दूर करने के 10 आसान घरेलू तरीके

                   स्किन की तीन मुख्य लेयर होती हैं, एपीडर्मिस, डर्मिस और हाइपोडर्मिस। इनमें से स्किन की जिस परत में लचक नहीं होती है, उस पर स्ट्रेच मार्क्स पड़ते हैं। स्ट्रेच मार्क्स मुख्यत: त्वचा की मिडल परत डर्मिस पर होते हैं। ये स्ट्रेच मार्क्स यंग एज और प्रेगनेंसी के दौरान होते हैं। इन्हें दूर करने का सबसे अच्छा तरीका नेचुरल नुस्खे हैं। आइए आज जानते हैं कुछ ऐसे ही नेचुरल नुस्खों के बारे में जिन्हें अपनाकर आप स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पा सकते हैं.....

1. स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पाने के लिए अरंडी का तेल भी बेहद कारगर माना जाता है। इसके लिए प्रभावित हिस्से पर अरंडी का तेल लगाएं, फिर उस हिस्से को प्लास्टिक बैग से लपेट लें। अब हॉट वॉटर बॉटल से करीब आधा घंटे सिकाई करें और हल्का रगड़ें। धीरे-धीरे स्ट्रेच मार्क्स दूर हो जाएंगे।

2. मध्यम आकार के आलू को थोड़ा मोटा काट लें। उसके बाद आलू के टुकड़े को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। कुछ मिनटों बाद उस जगह को गुनगुने पानी से धो लें।

3. जैतून के तेल को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं और हल्की मालिश करें। तेल को आधा घंटा या उससे ज्यादा देर के लिए त्वचा पर लगा रहने दें। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है और स्ट्रेच मार्क्स हल्के होते हैं।

4. बादाम तेल के साथ एक चम्मच चीनी मिलाएं। फिर उसमें कुछ बूंद नींबू के रस की डाल अच्छे से मिला लें। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क्स वाले हिस्सों पर लगाएं। नहाने से दस मिनट पहले रोजाना इसे लगाएं और हल्का सा रगड़ें। एक महीने लगातार ऐसा करने से स्ट्रेच मार्क्स हल्के हो जाते हैं।

5. ताजे कटे नींबू के रस को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाइए। नींबू के रस को कम से कम दस मिनट तक लगा रहने दें, उसके बाद पानी से धोएं। इसके अलावा खीरे के रस और नींबू के रस की बराबर मात्रा को लें और स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं।

6. एलोवेरा के जूस को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। कुछ मिनट के बाद गुनगुने पानी से धो लें। 1 कप एलोवेरा जेल,1 कप जैतून का तेल, 10 विटामिन ई कैप्सूल, 5 विटामिन ए कैप्सूल ले कर मिक्स करें। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क पर तब तक लगाएं जब तक कि आपकी त्वचा उसे सोख ना ले।

7. अंडे का सफेद भाग स्ट्रेच मार्क पर लगाएं। जब यह सूख जाए तब इसे रगड़कर साफ कर लें। ऐसा 2 हफ्तों तक लगातार करें।

8. कंसीलर से स्ट्रेच मार्क्स को छुपाया जा सकता है। स्किन टोन से मैच करता हुआ कंसीलर खरीदिए। उसे स्ट्रेच मार्क पर लगा लीजिए।

9. टैनिंग लोशन और टैनिंग स्प्रे बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। इसका लगातार उपयोग करने से शरीर पर पड़े निशान धीरे धीरे कम होने लगेगें।

10. टैटू करवाकर भी स्ट्रेच मार्क्स को छुपाया जा सकता है। त्वचा की सही देखभाल व पानी पीने से धीरे-धीरे शरीर पर पड़े स्ट्रेच मार्क दूर हो जाते हैं। इसलिए आपको दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए।

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               There are three main layers of the skin, epidermis, dermis and hypodermis. There is flexibility in the layer of skin from these, it has to stretch marks. Stretch Marks mainly occur on the skin, the dermis layer of the middle. These stretch marks and pregnancy occur during young age. Natural remedies are the best way to remove them. Let us know today about the adoption of some of these natural remedies you can get rid of stretch marks ..... 

1 . To get rid of stretch marks castor oil is also considered highly effective. Find castor oil on the affected part, then that portion of the plastic bag and wrap it. About half an hour from now Sikai hot water bottle and light rub. Stretch marks will gradually go away. 


2 . Medium-sized potatoes cut a little thicker. Then the pieces of potato and put it on stretch marks. A few minutes later, wash the area with lukewarm water. 

3 . Choose olive oil on stretch marks and light massage. Oil the half hour or more to be felt on the skin for longer. It is correct blood circulation and stretch marks are mild. 

4 . Mix a teaspoon of sugar with almond oil. Then he put a few drops of lemon juice and mix well. Find Stretch Marks on the parts of the mix. Find it ten minutes before the daily bath and rub lightly. Lightweight Stretch Marks a month, are continuously doing so. 

5 . Take a fresh cut lemon juice on Stretch Marks. Lemon juice and leave it on for at least ten minutes, then wash with water. Also equal amounts of cucumber juice and lemon juice and apply it on the bike and stretch marks. 

6 . Aloe Vera juice and apply it on your stretch marks. Wash with warm water after a few minutes. 1 cup Aloe Vera gel, 1 cup olive oil, vitamin E capsules 10, 5 vitamin A capsules and mix well. Find this mixture until the stretch mark by then soak your skin not take him. 

7 . Egg white and put it on stretch mark. When it is dry, then wipe scrubbing. 2 weeks to do it consistently.

8 . Stretch marks can be hidden with concealer. Buy Concealer to match the skin tone. Stretch Marks Let him hit. 

9 . Tanning lotion and tanning spray will be easy to find in the market. The body lying on the trail to keep using it to slowly apply. 

10 . Stretch marks can also be hidden by getting tattoos. Skin care and drinking water have on the body Stretch Marks gradually go away. Therefore you should drink 8 glasses of water a day at least. 

Saturday, November 7, 2015

Home remedies of plum hindi | बेर खाने से पेट दर्द में मिलती है राहत

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Home remedies of plum | बेर खाने से पेट दर्द में मिलती है राहत
                बेर बहुत ही उपयोगी और पोषक तत्वों से भरपूर फल है। इन दिनों बेर का मौसम भी है। बेर को अधिकतर लोग बचपन में तो बहुत पसंद करते हैं, लेकिन बड़े होने पर खट्टेपन के कारण इसे नहीं खाते हैं। साथ ही, एक बड़ा कारण यह भी है कि लोग इसके गुणों से अनजान हैं।
बैर में कार्बोज 20-30 G.m., प्रोटीन 2.5 G.m., वसा 0.07 G.m., थाईमिन 0.02 M.g., राईबोफ्लेविन 0.03 M.g., कैल्शियम 25.6 M.g., आयरन 1.5-1-8 M.g., फॉस्फोरस 26.8 M.g. आदि पोषक तत्व उपस्थित होते हैं। चलिए आज जानते हैं बेर खाने से होने वाले कुछ बेहतरीन फायदों के बारे में...

1. विटामिन सी से भरपूर होता है
संतरे और नींबू की ही तरह बेर में भी प्रचूर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है। इसमें अन्य फलों के मुकाबले विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा ज्यादा होती है। इसके सेवन से त्वचा लंबी उम्र तक जवां बनी रहती है।

2. पेट दर्द की समस्या खत्म कर देता है
बेर को छाछ के साथ लेने से पेट दर्द की समस्या खत्म हो जाती है।


3. दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है
बेर खाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इस कारण दिल से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है।

4. घाव जल्दी भर देता है
बेर की पत्तियों को पीसकर तेल के साथ लेप बनाकर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है। बेर का गूदा लगाने से भी घाव ठीक हो जाता है।

5. खांसी और बुखार में है फायदेमंद
बेर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लामेटरी गुण होते हैं। इसका जूस पीने से खांसी और बुखार में राहत मिलती है।

6. अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है
बेर में 18 प्रकार के महत्वपूर्ण एमीनो एसिड मौजूद होते हैं, जो शरीर में प्रोटीन को संतुलित करते हैं। साथ ही, अनिद्रा की समस्या दूर करते हैं।

7. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
बेर में मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कॉपर, कैल्शियम और आयरन और खनिज पदार्थ भी मौजूद होते हैं। इन तत्वों से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है।


8. बालों के लिए फायदेमंद
बेर की पत्तियों में 61 आवश्यक प्रोटीन पाए जाने के साथ विटामिन सी, केरिटलॉइड और बी कॉम्प्लेक्स भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह बालों को घना और हेल्दी बनाता है।

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                Berry fruit is very useful and rich in nutrients. These days there is berry season. Most people prefer a lot of berry in childhood, but do not eat it because sourly at large. Also, a big reason is that people are unaware of its properties. In spite Carbon 20-30 Gm, protein 2.5 Gm, fat 0.07 Gm, Thiamine 0.02 Mg, Riboflavin 0.03 Mg, calcium 25.6 Mg, Iron 1.5-1- 8 Mg, 26.8 Mg etc. phosphorous nutrients are present. Let us know today that some of the best benefits of eating berry ... 

1. Vitamin C is rich in plum, like oranges and lemons rich in vitamin C is found. The vitamin C and antioxidants compared to other fruits high. The drug remains young skin to longevity. 

2. abdominal pain destroys the problem with plum butter making ends abdominal pain problem. 

3. Heart disease risk is reduced berry Eating cholesterol remains in control. This decreases the chances of heart related diseases. 

4. The wound heals quickly prepare a paste with oil Grind the leaves of plum by applying the wound is filled quickly. The wound is cured by applying berry pulp. 

5. cough and fever is beneficial antioxidants in berry and anti-inflammatory properties. The juice drink cough and fever relief. 

6. insomnia problem is far plum contains 18 kinds of amino acids important, which are proteins in the body balance. Additionally, the problem of insomnia. 

7. The immunity increases in berry magnesium, potassium, phosphorus, copper, calcium and iron and minerals are also present. These elements of the immune system is stronger. Thereby increasing the power of the body to fight disease. 


8.  beneficial to the hair 61 essential proteins found in the leaves of plum with vitamin C and B complex Dolerite is even more abundant. It makes the hair thick and healthy.

Tuesday, November 3, 2015

How to use Garlic, Home remedies of garlic | लहसुन का घरेलू उपचार

         
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How to use Garlic, Home remedies of garlic
                  आधुनिक रिसर्च के अनुसार लहसुन दुनिया में मौत के सबसे बड़े कारण बनने वाले तीन रोगों के उपचार के लिए एक सबसे सस्ता और सुरक्षित उपाय है। इसके औषधीय गुणों को लेब और मल्टीनेशनल फार्मा कंपनियों में काम कर रहे वैज्ञानिक भी नतमस्तक होकर मानने लगे हैं। लहसुन की जरा सी सुगंध घंटो तक हमारी रसोई से लेकर कपड़ों और मुंह तक समायी रहती है। इसी लहसुन की खनक या उपयोगिता की पैरवी करने वाले कम से कम 4245 रिसर्च शोध पत्र भी हैं, जो दुनिया भर के तमाम अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स (शोध पत्रिकाओं) में प्रकाशित हो चुके हैं। इन तमाम शोध पत्रों के अध्ययन से पता चलता है कि लहसुन कम से कम 150 तरह क रोगों या लक्षणों जैसे कैंसर से लेकर डायबिटीज और दिल के रोगों, रेडिएशन के साईड इफेक्ट्स आदि के नियंत्रण में कारगर साबित हुआ है।

1. एक कप तिल के तेल में 8 लहसुन की कलियां डालकर गर्म करें और ठंडा होने पर कमर से लेकर जांघों तक इससे मालिश करें। इससे साइटिका में काफी फ़ायदा होता है।

2. सूखे लहसुन की 15 कलियां 1/2 लीटर दूध और 4 लीटर पानी को एक साथ उबाल लें। इस पानी को इतनी देर उबालें कि पानी आधा रह जाए। इस पानी  को जब गैस और दिल के रोग से ग्रसित रोगियों को दिया जाता है तो आराम मिल जाता है।

3. जिन लोगों को जोड़ों का दर्द या आमवात जैसी शिकायतें हो, लहसुन की कच्ची कलियां चबाना उनके लिए बेहद फायदेमंद होता है। बच्चों को यदि पेट में कृमि (कीड़े) होने की शिकायत हो तो लहसुन की कच्ची कलियों का 20-30 बूंद रस एक गिलास दूध में मिलाकर देने से कृमि मर कर शौच के साथ बाहर निकल आते हैं।

4. सरसों के तेल में लहसुन की कलियों को पीसकर उबाला जाए और घावों पर लेप किया जाए तो घाव तुरंत ठीक होना शुरू हो जाते हैं।

5. हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो उन्हें रोजाना सुबह लहसुन की कच्ची कली चबाना चाहिए, नमक और लहसुन का सीधा सेवन खून साफ करता है।

6. ब्लड में प्लेटलेट्स की कमी होने पर भी नमक और लहसुन का समान मात्रा में सेवन करना चाहिए।

7. लहसुन के एंटीबैक्टिरियल गुणों को आधुनिक विज्ञान भी मानता है, इसका सेवन बैक्टीरिया जनित रोगों, दस्त, घावों, सर्दी-खांसी और बुखार आदि में बहुत फायदा करता है।

8. लहसुन की 2 कच्ची कलियां सुबह खाली पेट चबाएं। इसके आधे घंटे बाद आधा चम्मच मुलेठी पाउडर का सेवन करें। यह उपाय दो महीने तक लगातार करें। मान्यता है इससे दमा रोग जड़ से खत्म हो जाता है।

9. लौकी 50 ग्राम और लहसुन की कलियां 10 ग्राम लेकर पीस लें और इसे आधे लीटर पानी में उबालें।जब आधा पानी रह जाए तो छानकर कुल्ला करें। इससे दांत दर्द दूर होता है।

10. कान में कीड़ा चला जाने पर सूरजमुखी के तेल में लहसुन की दो कलियां डालकर गर्म करें, और फ़िर इस तेल की कुछ बूंदें कान में डालें, इससे कीट बाहर निकल आता है।

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                  According to modern research, the major causes of death in the world garlic for the treatment of the three diseases is the most economical and safe way. Its medicinal properties and multinational pharmaceutical companies working in the labs and scientists are beginning to accept the neck. Just hours garlic flavor and mouth have overturned clothing from our kitchen stays. The tinkling of garlic or utility lobbying least 4245 research papers are also all around the world international journals (journals) have been published in. The study shows that these papers garlic diseases or symptoms of at least 150 such as diabetes and heart diseases, ranging from cancer, radiation side effects, etc. have proved effective in the control. 
 
1. 8 garlic buds pour a cup sesame oil is heated and cooled from the waist to the thighs and rub it. This sciatica is quite profitable. 
2. Dried garlic buds 1/2 to 15 litters and 4 litters of water to boil together. Boil the water so long that the water remains half. The water, when gas and heart disease if given to patients with comfort is found. 
3.Those joint pain or have complaints such as rheumatism, garlic is extremely beneficial for them to chew the raw buds. If children stomach worms (worms) to be compliant raw garlic buds Mix 20-30 drops of juice to a glass of milk to the worms come out with defecation. 
4. Grind garlic buds are boiled in mustard oil and apply it on the lesions if the wound would begin immediately. 
5. High blood pressure complaints bud chew them raw garlic every morning, salt and garlic directly Taking blood clears. 
6. Blood platelets lack of equal amounts of salt and garlic should be taken. 
7. Garlic Antibacterial properties modern science acknowledges its intake bacterial diseases, diarrhoea, sores, cold, cough and fever, etc. are very good. 
8. 2. Chew raw garlic buds morning on an empty stomach. After half an hour and take ½ teaspoon of liquorice powder. It continuously measures in two months. Recognize that asthma is eliminated. 
9. Gourd 50 grams and 10 grams Grind garlic buds and a half litter of water to rinse filter boil half the water remains. This toothache is off. 
10. ear worm to run on two buds of sunflower oil, add the garlic, heat, and then add the oil a few drops in the ear, the insect comes out.

Note: Hindi to English translate may vary.

Monday, November 2, 2015

Home remedies of milk for glowing skin and face | चमकते चेहरे के लिए दूध का उपयोग

                 

                    स्किन चाहे ऑयली हो या ड्राय मौसम बदलने के साथ ही हर तरह की त्वचा वालों को स्किन ड्राय व बेजान होने की समस्या परेशान कर सकती हैं। इसके अलावा मौसम के साथ ही प्रदूषण भी त्वचा को बहुत अधिक प्रभावित करता है। ऐसे में त्वचा को बचाने के लिए दूध बहुत मददगार होता है। दूध न सिर्फ त्वचा को पोषित करता है, बल्कि उसकी चमकदार भी बनता है। चलिए जानते हैं दूध के कुछ ऐसे ही घरेलू नुस्खे जिनसे आपकी स्किन चमकदार और रिफ्रेश लगने लगेगी।


1. यदि आपके पास पर्याप्त समय हो तो रात के समय काजू को दूध में भिगोकर रख दें। इसके बाद सुबह इन काजू को पीस लें और मुल्तानी मिट्टी मिलाएं। इस तरह दूध में भीगे हुए काजू और मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट बन जाएगा। इस पेस्ट में नींबू की कुछ बूंदे डाल लें। अब इसे चेहरे पर, हाथों और पैरों पर लगाएं। कुछ देर बाद पानी से धो लें। आपकी त्वचा एकदम निखर जाएगी।

2. गुलाब जल स्किन को कमसिन और गुलाबी बनाए रखता है। यदि गुलाब जल के साथ दूध को मिलाकर उपयोग में लाया जाए तो बेहतर परिणाम मिलता है। गुलाबजल में थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाकर चेहरे पर लगाएं। त्वचा चमक जाएगी।

3. रोजाना सुबह या शाम को दूध की मलाई में हल्दी मिलाकर चेहरे पर लगाएं। फिर थोड़ी देर बाद पानी से धो लें। इससे जल्द ही आपके चेहरे पर निखार आ जाएगा।

4. यदि आपकी स्किन ड्राय है तो थोड़ी सी दूध की मलाई लें उसमें शहद मिलाकर त्वचा पर लगाएं, इससे स्किन की ड्रायनेस खत्म हो जाएगी।

5. कच्चे दूध में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं सूखने पर चेहरा धो लें। स्किन साफ और चमकदार लगने लगेगी।


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                Whether skin is oily or dry skin to change the weather, as well as all those dry and lifeless skin can be irritating problem. Also with weather pollution affects the skin too much. The skin is very helpful to save milk. Milk is not only nourishes the skin, but it does shiny. Let us know some of these home remedies which milk shiny and your skin will feel refreshed.


1. If you have enough time at night Soak cashew milk. Grind the cashew nuts in the morning and Mix Multani mud. In this way, will become soaked cashews and Multani mud paste. Take a few drops of lemon to put in the paste. Now on the face, hands and feet and put it on. After some time, wash with water. Your skin will be absolutely sparkles. 

2. Minor skin and maintains the water rose pink. Mix the milk with rose water is used to get better results. In rose-water mixed with a little raw milk on the face. The skin will glow. 


3. Cream of milk daily in the morning or evening on the face turmeric. Then after a while, wash off with water. It makes your face glow will come soon. 


4. If your skin is dry, then take a little milk cream mixed with honey and apply it on the skin, the skin will be over the Dryness. 


5. Raw milk and a little lemon juice on the face dries, wash face. Skin will feel clean and bright.

Note: Hindi to English translate may vary.

Friday, October 30, 2015

Healthy benefits of one cup curd eating everyday । रोज एक कटोरी दही खाने से होने वाले फायदे

Healthy benefits of one cup curd eating everyday । रोज एक कटोरी दही खाने से होने वाले फायदे 
                प्राचीन मान्यता है कि किसी भी अच्छे काम की शुरुआत से पहले दही खाने से उस काम के लिए जाने वाले को सफलता मिलती है। साथ ही, दही को हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इसमें कुछ ऐसे रासायनिक पदार्थ होते हैं, जिसके कारण यह दूध की अपेक्षा जल्दी पच जाता है। जिन लोगों को पेट की परेशानियां, जैसे अपच, कब्ज, गैस बीमारियां घेरे रहती हैं, उनके लिए दही या उससे बनी लस्सी, छाछ का उपयोग करने से आंतों की गर्मी दूर हो जाती है।

डाइजेशन अच्छी तरह से होने लगता है और भूख खुलकर लगती है। दूध से बनने वाले दही का उपयोग खाने में हजारों सालों से हो रहा है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने वाले कैल्शियम की मात्रा दूध की अपेक्षा दही में 18 गुणा ज्यादा होती है।

1. अनिद्रा
रात में नींद न आने की परेशानी हो तो रोज खाने के साथ एक कटोरी दही का सेवन करें। धीरे-धीरे यह समस्या दूर हो जाएगी।

2. पाचन शक्ति बढ़ाता है
दही का नियमित सेवन शरीर के लिए अमृत के समान माना गया है। यह खून की कमी और कमजोरी दूर करता है। दूध जब दही का रूप ले लेता है तब उसकी शर्करा अम्ल में बदल जाती है। इससे पाचन में मदद मिलती है। जिन लोगों को भूख कम लगती है। उन लोगों को दही बहुत फायदा करता है।

3. पेट की गर्मी दूर करता है
दही की छाछ या लस्सी बनाकर पीने से पेट की गर्मी शांत हो जाती है। पेट में गड़बड़ होने पर दही के साथ ईसबगोल की भूसी लेने या चावल में दही मिलाकर खाने से दस्त बंद हो जाते हैं। पेट के अन्य रोगों में दही को सेंधा नमक के साथ लेना फायदेमंद होता है।

4. आंतों के रोग
अमेरिकी आहार विशेषज्ञों के अनुसार दही के नियमित सेवन करने से आंतों के रोग और पेट संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं।

5. दिल के रोग
दही में दिल के रोग, हाई ब्लड प्रेशर और गुर्दों की बीमारियों को रोकने की गजब की क्षमता है। यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है और दिल की धड़कन सही बनाए रखती है।

6. हड्डियों की मजबूती
दही में कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह हड्डियों के विकास में सहायक होता है। साथ ही, दांतों और नाखूनों को भी मजबूत बनाता है। इससे मांसपेशियों के सही ढंग से काम करने में मदद मिलती है।
7. जोड़ों के दर्द
हींग का छौंक लगाकर दही खाने से जोड़ों के दर्द में लाभ मिलता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी है।

8. बवासीर
बवासीर रोग से पीड़ित रोगियों को दोपहर के भोजन के बाद एक गिलास छाछ में अजवायन डालकर पीने से फायदा मिलता है।

9. वजन
दुबले-पतले व्यक्तियों को अगर दही में किशमिश, बादाम या छुहारा मिलाकर दिया जाए तो वजन बढ़ने लगता है, जबकि दही के सेवन से शरीर की फालतू चर्बी को भी हटाया जा सकता है।

10. सौंदर्य
दही शरीर पर लगाकर नहाने से त्वचा कोमल और खूबसूरत बन जाती है। दही में नींबू का रस मिलाकर चेहरे, गर्दन, कोहनी, एड़ी और हाथों पर लगाने से शरीर निखर जाता है। दही की लस्सी में शहद मिलाकर पीने से सौंदर्य में बढ़ोत्तरी होती है।
11. बालों की सुंदरता
बालों को सुंदर और आकर्षक बनाए रखने के लिए दही या छाछ से बालों को धोने से फायदा होता है। इसके लिए नहाने से पहले बालों में दही से अच्छी मालिश करनी चाहिए।कुछ समय बाद बालों को धो लेने से बालों की खुश्की या रूसी खत्म हो जाती है।

12. मुंह के छाल
दही की मलाई को मुंह के छालों पर दिन में दो-तीन बार लगाने से छाले दूर हो जाते हैं। दही और शहद को समान मात्रा में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से भी मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।

13. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
दही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इससे अस्थमा और एलर्जी के रोगों में फायदा मिलता है। दांतों से संबंधित शिकायतों में भी दही का सेवन लाभकारी होता है।
14. पसीना
गर्मी के दिनों में पसीना बहुत ज्यादा आता है। ऐसे में दही और बेसन के मिश्रण से मालिश करें। कुछ देर बाद नहा लें। पसीने की दुर्गंध दूर हो जाएगी।
15. बच्चों के दांत
दही के साथ शहद मिलाकर जिन बच्चों के दांत निकल रहे हों, उन्हें चटाना चाहिए। इससे दांत आसानी से निकल जाते हैं।
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                Ancient belief that eating curd before the start of any good work that the task succeeds. Additionally, curd is considered very good for health. There are certain chemical substances, which is why it is digested quickly than milk. Those stomach problems, such as indigestion, constipation, gas surrounds the disease, they made curd or buttermilk, buttermilk using heat from the ends of the intestine.

Digestion seems to be well and seems to be frank appetite. Use curd made from milk that has been eating for thousands of years. Protein, calcium, riboflavin, vitamin B nutrients such as are found. Strengthen teeth and bones of the calcium content of milk is more than 18 times in curd.

1. Insomnia:
If trouble sleeping at night daily with a meal, drink a bowl of curd. This problem will be solved gradually.

2. Improves digestion:
Regular consumption of curd is considered as the elixir for the body. It removes blood loss and weakness. When milk turns into curd and the sugar is converted into acid. It helps in digestion. Those who feel less hungry. curd is very beneficial for those people.

3. stomach heat is off:
Buttermilk or Lassi drink by the heat of the stomach is cool. Plantago ovata husk on the stomach taking curd or curd mixed with rice to eat Diarrhea are closed. Other diseases of the stomach with rock salt to curd is beneficial.

4. Intestinal Diseases:
According to experts, regular consumption of curd to the diet of the intestines and stomach related diseases are not diseases.

5. Heart disease:
curd heart disease, high blood pressure and prevent diseases of the kidneys is remarkable resilience. Cholesterol and prevents it from moving to the right to maintain heartbeat.

6. strong bones:
Calcium is found in high amounts in curd. It is helpful in the development of bones. Additionally, the teeth and makes nails stronger. It helps muscles to work correctly.

7. Joint Pain:
Eating curd with a twist of Asafoetida in joint pain relief. It is delicious as well as nutritious.

8. Piles:
Patients suffering from hemorrhoids after lunch drink a glass of buttermilk, add parsley benefit.

9. Weight:
Frail persons in the curd raisins, almonds or raisins combination when gaining weight, while the surplus fat curd intake to the body can be removed.

10. Beauty:
Curd Body Worn bath skin becomes soft and beautiful. curd lemon juice in the face, neck, elbows, heels and hands are putting on body sparkles. Lassi curd drink honey increases in beauty.

11. Hair Colour: Hair beautiful and attractive to retain curd or buttermilk benefit from the hair washing. The best curd in the bath before the massage to the hair should just wash the hair after the hair ends dryness or Russian.

12. mouth bark:
Cream of curd a day, two to three times on the mouth ulcers are cured by applying blisters. curd and honey mixed in equal amounts to twice the mouth sores go away.

13. Increases resistance to disease:
Curd enhances immunity. This benefit in asthma and allergy diseases. Teeth in complaints related to consumption of curd is beneficial.

14. Sweat:
In summer sweat is too much. The mixture of curd and flour and rub. After some time to shower. Funk of sweat will be away.

15. Children's Teeth:
Curd with honey are the children's teeth are out, they must eat. It easily removes teeth.
Note: Hindi to English translate may vary.

Thursday, October 29, 2015

Useful home remedies of Papaya | पपीता के घरेलु उपयोग एवं फायदे

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Useful home remedies of Papaya | पपीता के घरेलु उपयोग एवं फायदे
                पपीता एक टेस्टी और हेल्दी फ्रूट है। सिर्फ फ्रूट ही नहीं इसका पूरा पौधा कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर है। कच्चे पपीते में विटामिन ए और सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आयुर्वेद में पपीता को अनेक लाइलाज बीमारियों को दूर करने वाला माना गया है। पपीता पाचन संबंधी दिक्कतों, पीलिया, हर्निया,प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाला, दिल के लिए उपयोगी, कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए यह अमृत के समान है।

नियमित रूप से पपीता का सेवन करने से त्वचा हमेशा जवान बनी रहती है, बालों का झड़ना, एसिडिटी, गैस, वर्मस, कमजोरी, विटामिन सी से होने वाले रोग, बवासीर, स्किन प्रॉब्लम्स, अनियमित मासिक धर्म आदि बीमारियां दूर हो जाती है। इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह तत्व, विटामिन- ए, बी, सी, डी प्रोटीन, कार्बोज, खनिज आदि अनेक तत्व एक साथ पाए जाते हैं। इसलिए यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।

                Papaya is a tasty and healthy fruit. The whole plant, not just the fruit is rich in numerous medicinal properties. Raw papaya rich in vitamins A and C is found. Papaya in Ayurveda is considered to overcome the many incurable diseases. Papaya digestive problems, jaundice, hernia, increases fertility, useful for heart, cholesterol for patients it is like nectar. 

Regular intake of papaya skin always remains young, hair loss, acidity, gas, Wermus, weakness, vitamin C disease, haemorrhoids, Skin Problems, irregular menstruation ends etc. diseases. Calcium, phosphorus, iron, vitamin A, B, C, D, protein, Carboj, minerals etc. Many elements occur together. Hence it is extremely beneficial to health.


1. पपीता हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें कारपेन या कार्पेइनज नामक एक क्षारीय तत्व होता है, जो ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करता है। इसी कारण हाई ब्लड प्रेशर के रोगी को एक पपीता (कच्चा) नियमित रूप से खाते रहना चाहिए।

2. नए जूते-चप्पल पहनने पर उसकी रगड़ लगने से पैरों में छाले हो जाते हैं। यदि इन पर कच्चे पपीते का रस लगाया जाए तो बहुत जल्दी आराम मिलता है।
3. पपीते का रस अरुचि, अनिद्रा, सिर दर्द, कब्ज व आंव-दस्त आदि रोगों को ठीक करता है। आपको भूख नहीं लगती या पेशाब ठीक से नहीं होता तो सुबह में नियमित रूप से पके पपीते का सेवन करें। इससे भूख भी लगने लगेगी और पेशाब से संबंधित समस्या भी दूर हो जाएगी।

4. पपीते के रस के सेवन से खट्टी डकारें बंद हो जाती है। यह दिल के रोग, आंतों की कमजोरी आदि को भी दूर करता है। पपीता पेट के लिए तो वरदान माना गया है। इसमें पेप्सिन नामक तत्व पाया जाता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है। इसका सेवन रोज करने से पाचन शक्ति में बढ़ोतरी होती है।

5. यदि आप कील-मुंहासों से परेशान हैं तो कच्चे पपीते के गूदे को शहद में मिलाकर चेहरे पर लगाएं और जब वह सूख जाए तो गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। उसके बाद मूंगफली के तेल से हल्के हाथ से चेहरे पर मालिश करें। एक महीने तक नियमित रूप से ऐसा करने से आपको काफी लाभ होगा।

6. पपीते के दस बीज पानी में पीस कर चौथाई कप पानी में मिला कर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। इसका एक हफ्ते तक नियमित रूप से उपयोग करना चाहिए। बच्चा मां के दूध पर निर्भर रहता है, लेकिन कई बार ऐसा देखने में आता है कि मां को पर्याप्त दूध नहीं होता, जिससे बच्चा भूखा रह जाता है। कच्चे पपीते की सब्जी खाने से मां के दूध में बढ़ोतरी होती है।

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1. Papaya is extremely beneficial for patients with high blood pressure, because it is a basic element called Karpen or Carpeinj, which regulates blood pressure. For this reason, a high blood pressure patient papaya (raw) should eat regularly.

2. wearing new shoes on his feet from rubbing blisters are getting. If the juice of raw papaya when applied to very quickly get comfortable.

3. papaya juice anorexia, insomnia, headache, constipation and dysentery, diarrhoea etc. are healing. If you feel hungry or urine does not go smoothly in the morning regularly eat papaya. It will take hunger and urination related problem will be solved.

4. sour belches from papaya juice intake is closed. It's heart disease, intestinal weakness is also removed. Papaya is considered a boon to the stomach then. The element is found in pepsin, which helps digest food. The digestion is an increase in the daily intake.

5. If you are bothered by acne wedge-pulp of raw papaya mixed with honey on the face and let it dry, then wash the face with lukewarm water. Then peanut oil and rub gently on the face. By doing this regularly for a month you will benefit greatly.

6. ten papaya seeds in water mixed with ¼ cup water grind stomach worms die. One week should be used regularly. The child depends on the mother's milk, but many times it is seen that the mother does not breastfeed, the baby is hungry. Vegetable raw papaya is an increase in the breast milk.

Monday, October 26, 2015

Useful Home remedies of Amla | आँवला का घरेलु उपयोग व उसके फायदे

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Useful Home remedies of Amla | आँवला का घरेलु उपयोग व उसके फायदे
              

                 आँवला एक गुणों से भरपूर फल है, इसलिए इसका सेवन सेहत बनाने वाला माना जाता है। घरों में आँवले का स्वादिष्ट अचार और मुरब्बा तैयार किया जाता है। आयुर्वेद से लेकर आधुनिक विज्ञान भी आँवले के औषधीय गुणों का लोहा मानता आया है। आदिवासी भी आँवले को अनेक हर्बल फार्मूलों में एक महत्वपूर्ण औषधि के तौर पर उपयोग में लाते है। 

Amla is a fruit of goodness, so its intake is known to create health. Houses of Aanvle tasty pickles and jam is prepared. From the modern science of Ayurveda medicinal properties Aanvle iron is observed. Tribal also Aanvle many herbal formulas that use it as an important drug.


1. आंवले का रस(करीब 50 मि ली) तैयार कर लें। इसमें 5 ग्राम गाय का घी मिलाएं। रोजाना रात सोने से पहले लेने से वीर्य में कम शुक्राणुओं की शिकायत दूर होती है। एक माह तक लगातार इस फॉर्मूले के सेवन से फर्क महसूस किया जा सकता है।
2. शारीरिक ताकत और मजबूती के लिए आंवले को बहुत अच्छा माना जाता है। आंवले के चूर्ण के साथ यदि गिलोय के तने का चूर्ण भी मिलाकर लें। इससे शरीर में ऊर्जा का जबरदस्त संचार होता है। इस मिश्रण के साथ छोटा गोखरू की जड़ों के चूर्ण को भी मिलाएं। इसे दूध के साथ रात को सोने से पहले लिया जाता है।

3. मुंह में छाले होने पर आंवले की पत्तियों को चबाएंं। छालों में आराम मिल जाता है। खाने खाते समय जीभ दांत के बीच आ जाए और खून निकल आए तो तुरंत आंवले की पत्तियों को चबा लें। आराम मिल जाएगा।

4. सूखे आंवले और आंवले की सूखी पत्तियों की समान मात्रा (लगभग 4 ग्राम) लें। इन्हें पीस लें, इस मिश्रण में हल्दी का चूर्ण मिलाएं। दिन में कम से कम दो बार भोजन के बाद इसे लें, फायदा होगा। डायबिटीज के नियंत्रण में यह फार्मूला काफी कारगर है।
5. शहद के साथ आंवले के चूर्ण को खाने से भी ताकत बढ़ती है। आंवले को तिल के साथ मिलाकर बीस दिनों तक रोजाना सुबह खाली पेट खाएं। इससे शरीर को चुस्त और दुरूस्त होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है। यह मिश्रण स्वास्थ्यवर्धक होता है।

6. पेशाब के समय जलन की शिकायत हो तो आंवला एक फायदेमंद उपाय है। आंवले का रस तैयार कर लें। उसमें स्वादानुसार शक्कर, शहद और घी मिलाकर पिएं तो पेशाब की जलन शांत हो जाएगी।

7. एक गिलास आंवले के जूस में 2 ग्राम हल्दी चूर्ण मिला लें। इसे नियमित रूप से पीने पर शरीर की स्फूर्ति बनी रहती है। यह डायबिटीज नियंत्रण के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होता है। आधुनिक विज्ञान भी आंवले और हल्दी के मिश्रण को डायबिटीज के लिए कारगर मानता है।

8. आंवले चूर्ण और अश्वगंधा की जड़ को समान मात्रा में मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण का सेवन कम से कम दिन में दो बार करें। यह पुरुषों की कमजोरी को दूर करता है। डायबिटीज नियंत्रण के लिए भी यह एक अच्छा उपाय है।

9. आंवले को पीपल की छाल और चित्रक की पत्तियों की समान मात्रा (6 ग्राम) लेकर 40 मिली पानी के साथ उबाल लें। इसका काढ़ा तैयार कर लें। इसे दिन में चार से पांच घंटों के अंतराल से रोगी को पिलाएं। बुखार उतर जाएगा।

10. आंवले को पीसकर घी में सेंक लें। इस मिश्रण को सूंघने से नाक से निकलने वाले खून या नकसीर में आराम मिलता है। इसे नाक के बाहर लगाने से भी आराम मिलता है।

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1. Amla juice (approximately 50 m l) prepare. Mix 5 g of the cow's ghee. Every day before going to bed the night by taking the complaint is low sperm in semen. A month of continuous use of this formula can feel the difference.

2. Physical strength and robustness of the Indian gooseberry is considered very good. Amla powder mixed with the Giloy trunk also offers powder. This communication is tremendous energy in the body. With this mixture, add the powder to the roots of small bunions. It is taken with milk at night before bedtime.

3. Indian gooseberry leaves Cbaann on mouth ulcers. Comfort gets blisters. To come between the teeth and tongue while eating dinner blood came out immediately chew the leaves of gooseberry. Guests will find.

4. dried amla and equal volume of dry leaves of Indian gooseberry (about 4 grams) stay. Grind them, add the mixture of turmeric powder. At least twice a day after meals take it, will benefit. This formula is very effective in the control of diabetes.

5. amla powder with honey to eat the strength to strength. Amla mixed with sesame empty stomach every morning to eat twenty days. It does not take much time to restore the body fit and feel. This mix is ​​healthy.

6. complained of a burning sensation when urinating Amla is a beneficial way. Prepare amla juice. The taste of sugar, honey and ghee piss drink will calm irritation.

7. A glass of 2 grams of Indian gooseberry juice and mix turmeric powder. Drink it regularly every body persists. This is a boon for diabetes control. Amla and turmeric mixture of modern science also considers effective for diabetes.

8. Ashwagandha root of amla powder and grind in the same measure. The powder consumed at least twice a day to. It removes the weakness of men. It is also a good remedy for diabetes control.

9. People of Indian gooseberry bark and leaves of the same volume of wort (6 g) with about 40 ml of water to boil. Prepare the brew. Four to five hours in the day interval Feed the patient. Will fever.
10. Soak amla ground with ghee. The mixture coming out smelling blood or bleeding from the nose in relief. It also provides relief from nose put out.

Friday, October 23, 2015

Important information about lady finger and it's use. | भिन्डी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी एवं उसका उपयोग

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               भिंडी खाने में जितनी स्वादिष्ट लगती है, उतनी ही गुणों से भरपूर भी है। यह भारतीयों द्वारा सबसे अधिक पसंद की जाने वाली सब्जियों में से एक है। इसका वानस्पतिक नाम एबेल्मोस्कस एस्कुलेंट्स है। सामान्यत: लोग इसे सिर्फ एक सब्जी के तौर पर देखते है, लेकिन आदिवासी इलाकों में इसे अनेक तरह की बीमारियों के इलाज में उपयोग लाया जाता है। भिंडी में विटामिन और खनिजों सहित विटामिन ए, बी, सी, ई और के और कैल्शियम, लोहा और जस्ता आदि पाया जाता है। इसके अलावा, भिंडी में उच्च स्तर का लसदार फाइबर भी होता है।

1. डायबिटीज के रोगियों को अक्सर भिंडी की अधकच्ची सब्जी खानी चाहिए। डांग- गुजरात के हर्बल जानकारों के अनुसार ताजी हरी भिंडी डायबिटीज में बेहद लाभदायक होती है।
2. भिंडी के बीजों का चूर्ण (5 ग्राम), इलायची (5 ग्राम), दालचीनी की छाल का चूर्ण (3 ग्राम) और काली मिर्च (5 दाने) लेकर अच्छी तरह से कूट ले। इस मिश्रण को रोजाना दिन में 3 बार गुनगुने पानी में मिलाकर लें। डायबिटीज में तेजी से फायदा होता है।
3. मध्य प्रदेश के पातालकोट के भुमका (हर्बल जानकार) नपुंसकता दूर करने के लिए पुरुषों को कच्ची भिंडी को चबाने की सलाह देते हैं। ये आदिवासी शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए भिंडी को बेहतर मानते हैं।
4. भिंडी को बीच से काट लें (लगभग 5 भागों में), नींबू रस (आधा चम्मच), अनार और भुई आंवला की पत्तियां (5-5 ग्राम) आदि को 1 गिलास पानी में रात भर के लिए रख दें।अगली सुबह सारे मिश्रण को अच्छी तरह से पीसकर रोजाना लगातार 2 बार सात दिनों तक लें। जानकारों की मानी जाए तो पीलिया जैसा घातक रोग इस से एक सप्ताह में ही नियंत्रित हो जाता है। बुखार और सर्दी-खांसी में भी ये दवा रामबाण है।
5. करीब 50 ग्राम भिंडी को बारीक काटकर 200 मिली पानी में उबालें। जब यह आधा बच जाए तो इसे सिफलिस के रोगी को दें। एक महीने तक लगातार ये नुस्खा अपनाना चाहिए।
6. कुछ इलाकों में भिंडी के कटे हुए सिरों को पीने के पानी में डुबो कर सारी रात रखा जाता है। सुबह खाली पेट इस पानी को पी लिया जाता है। छानने के बाद बचे भिंडी के हिस्सों को फेंक दिया जाना चाहिए। माना जाता है कि डायबिटीज नियंत्रण के लिए यह एक कारगर उपाय है।
7. भिंडी के बीजों को एकत्रित कर लें। इन्हें सुखाकर पीस लें। ये बीज प्रोटीनयुक्त होते हैं और उत्तम स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं। इस चूर्ण को बच्चों को खिलाने पर ये टॉनिक की तरह काम करेगा।

Thursday, October 22, 2015

Gunda (Cordia dichotoma) Indian Glue Berry | लसोड़ा (गुन्दे) खाने के फायदे एवं उपयोग

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                लसोड़ा को साधारण भाषा में गोंदी और निसोरा भी कहते हैं। इसके फल सुपारी के बराबर होते हैं। कच्चा लसोड़ा का साग और आचार भी बनाया जाता है। पके हुए लसोड़े मीठे होते हैं व इसके अंदर गोंद की तरह चिकना और मीठा रस होता है। लसोड़ा मध्यभारत के वनों में देखा जा सकता है। यह एक विशाल पेड़ होता है। जिसके पत्ते चिकने होते है।आदिवासी अक्सर इसके पत्तों को पान की तरह चबाते हैं। इसकी लकड़ी इमारती उपयोग की होती है। इसे रेठु के नाम से भी जाना जाता है, हालांकि इसका वानस्पतिक नाम कार्डिया डाईकोटोमा है। आदिवासी लसोड़ा का इस्तेमाल अनेक रोग निवारणों के लिए करते हैं, 

 1. इसकी छाल की लगभग 200 ग्राम मात्रा लेकर इतने ही मात्रा पानी के साथ उबाला जाए और जब यह एक चौथाई शेष रहे तो इससे कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन, दांतो का दर्द और मुंह के छालों में आराम मिल जाता है।
2. भारतवर्ष के आदिवासी लसोड़ा के फलों को सुखाकर चूर्ण बनाते है और मैदा, बेसन और घी के साथ मिलाकर लड्डू बनाते हैं। इनका मानना है कि इस लड्डू के सेवन शरीर को ताकत और स्फूर्ती मिलती है।
3. लसोड़े की छाल को पानी में उबालकर छान लें। इस पानी से गरारे करने से गले की आवाज खुल जाती है।
4. इसके बीजों को पीसकर दाद-खाज और खुजली वाले अंगो पर लगाया जाए तो आराम मिलता है।
5. छाल के रस को अधिक मात्रा में लेकर इसे उबाला जाए और काढ़ा बनाकर पिया जाए तो गले की तमाम समस्याएं खत्म हो जाती है।
6. लसोड़ा की छाल को पानी में घिसकर प्राप्त रस को अतिसार से पीड़ित व्यक्ति को पिलाया जाए तो आराम मिलता है।
7. छाल का काढ़ा और कपूर का मिश्रण तैयार कर सूजन वाले हिस्सों में मालिश की जाए तो फायदा होता है।
8. लसोड़ा के पत्तों का रस प्रमेह और प्रदर दोनों रोगों के लिए कारगर होता है। लसोड़ा की छाल का काढा तैयार कर माहवारी की समस्याओं से परेशान महिला को दिया जाए तो आराम मिलता है।

Tuesday, October 20, 2015

Useful Madar (aak) Tree | आकरे के पौधे का घरेलू उपयोग

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Useful Madar (aak) Tree | आकरे के पौधे का घरेलू उपयोग 
               मदार को सामान्यत: लोग जहरीला पौधा मानते हैं। इसी भ्रम के कारण अधिकतर लोग इसकी उपयोगिता को नजरअंदाज कर देते हैं। आयुर्वेद में भी इसे उपविष कहा गया है, लेकिन इसे औषधीय रूप से बहुत उपयोगी माना गया है। आइए, आज हम आपको बताते हैं मदार के पौधे के औषधीय गुणों के बारे में।

1. यदि आप सिर में फंगल संक्रमण के कारण होने वाली खुजली से परेशान हैं, तो जहां फंगल संक्रमण है, वहां मदार का दूध लगाएं। फंगल संक्रमण खत्म हो जाएगा।

2. मदार के पीले पके पत्तों पर घी चुपड़ कर धीमी आंच पर गर्म कर लें। इसके बाद पत्ते से रस निकालकर दो से तीन बूंद कान में डालने से कान के रोगों में लाभ होता है।

3. मदार के सूखे फूल, लौंग 10 से 20 ग्राम, काली मिर्च 2.5 ग्राम मात्रा में मिलाकर पीसकर गोलियां बना लें। इस गोली को सुबह-शाम दमा रोगी को देने से फायदा होता है।
4. खाना नहीं पच रहा हो तो मदार के पत्तों का रस निकाल लें। इस रस में बराबर मात्रा में एलोवेरा का जूस मिलाकर थोड़ी चीनी डाल कर पका लें। ठंडा कर कांच की साफ बोतल में भरकर रख लें। इसका सेवन करने से लाभ होता है।

5. मदार की एक कोंपल को पान के पत्ते पर रखकर खाली पेट चबाने से पीलिया के रोगी को आराम मिलता है।
6. मदार के पत्तों को पीसकर पोटली बना लें। इस पोटली पर घी लगाकर तवे पर गर्म कर दर्द वाले स्थान पर सेंक करने से दर्द में आराम मिलता है।

7. यदि कोई पुराना घाव ठीक न हो रहा हो तो मदार का दूध 5 से 10 मिली और 2.5 ग्राम दारुहरिद्रा मिलाएं। इस घोल में रूई डूबोकर घाव पर लगाने से राहत मिलती है।
8. मदार के पत्तों पर जमी सफेदी निकालें। उसे आटा या मैदा में मिलाएं। इस मिश्रण की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर खाली पेट सेवन करने से कीड़े के जहर का प्रभाव दूर हो जाता है।

9. मदार के दूध में थोड़ा सेंधा नमक मिलाएं। जिस दांत में दर्द हो, वहां इस मिश्रण को रूई से लगाएं। कुछ देर लगा रहने दें, आराम मिलेगा।

10. आक के आठ से दस पत्तों में पांच से दस ग्राम काली मिर्च मिलाकर पीस लें। इसमें थोड़ी हल्दी मिलाकर मंजन करने से दांत मजबूत होते हैं।

11. मदार के फूल को सुखाकर सौंठ ,मरीच और पिप्पली के साथ मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण में थोड़ा अदरक का रस मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इस गोली को खाने से गले की खराश दूर हो जाती हैै।

12. मदार के फूलों के गुच्छों को तोड़ने से निकले दूध को एकत्रित कर लें। इस दूध में नारियल का तेल मिलाकर दाद पर लगाने से खुजली दूर हो जाती है।
13. पीले पड़े हुए मदार के दो पत्तों का रस नाक में टपकाने से माइग्रेन में लाभ मिलता है।

14. पसलियों या मांसपेशियों में दर्द हो तो मदार के दूध में थोड़ा पिसा काला तिल मिलाएं। मदार के पत्ते पर सरसों का तेल लगाएं। इसके बाद तिल का लेप पत्ते पर लगाएं और पत्ते को बांध लें, आराम मिलेगा।

15. यदि आप जोड़ों के दर्द से परेशान हों तो मदार के फूल को सौंठ, काली मिर्च, हल्दी और नागरमोथा को बराबर मात्रा में मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। एक से दो गोली सुबह-शाम चिकित्सक के परामर्श के अनुसार लें, लाभ होगा।

16. मदार के पत्तों का रस लगभग 1000 मि.ली. और कच्ची हल्दी का रस 250 मि.ली. की मात्रा में मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं। जब तेल बच जाए तो इसे छान कर लगाने से पुराना घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है।

17. मदार के दूध की 5 बूंद, कच्चे पपीते का रस 10 बूंद, चिरायता का रस 15 बूंद और थोड़ा गौमूत्र मिलाकर पुराने बुखार से पीड़ित रोगी को देने से लाभ मिलता है।

Wednesday, October 14, 2015

How to do Hair care in winters । सर्दियों में बालो की देखभाल कैसे करें ।

How to do Hair care in winters । सर्दियों में बालो की देखभाल कैसे करें 


A. बाल उगाना :-
               प्याज़ और शहद के मिश्रण में हरे धनिया का रस मिला ले। इसके नियमित उपयोग से काफी असर दिखने लगता हे।  ये उपाय जड़ते बालों में भी उपयोगी है।

B. नीम की पत्तिया :-
               नीम की पत्तियों को उबाल कर उसे छान ले। इस पानी से बाल धो ले। ये एक बहुत ही अच्छा एंटीसेप्टिक हे। क्योकि dandruff  में काफी असरदार होता हे।


C. Dandruff (बालों में रूसी) प्याज और शहद का रस बालों की जड़ो में लगायें ।


D. Olive Oil :-
               लौंग का तेल हल्का गरम करके बालों की जड़ो में उससे मालिश करे। ये Dandruff  हटाने के साथ-साथ बालो को एक बेहतर कंडीशनिंग भी देता है ।


E. शहद :-
               बालो को अच्छे से ब्रश करने के बाद उन पर शहद का पैक लगाये। इसके लिए 2 चम्मच शहद में 1 चम्मच गरम पानी मिला कर उसे थोडा पतला कर ले। फिर इसे एक ब्रश की सहायता से बालों की जड़ो से लेकर अंत तक लगा ले। 20 मिनट रखने के बाद हलके गरम पानी से धो ले।
Note:- शहद का उपयोग तेलिए (Oily) पदार्थो के साथ नहीं करें


F. केला :-
               आधा केला, 1 चम्मच लौंग का तेल ( Olive Oil ), आधा कप दही इसे मिक्सर में मिक्स कर ले। अब इस पैक को आधे घंटे के लिए बालो में लगा ले। फिर हलके गरम पानी से धो ले।

Sunday, October 11, 2015

Home remedies of Leucoderma problem । सफेद दाग की समस्या को दूर करने के घरेलू उपचार


Home remedies of Leucoderma problem । सफेद दाग की समस्या को दूर करने के घरेलू उपचार

                त्वचा पर सफेद दाग का होना उतनी बड़ी और गंभीर बीमारी नहीं, जितना लोग इसे लेते हैं। समय रहते इसका इलाज करवा लिया जाए तो प्रॉब्लम को आसानी से दूर किया जा सकता है। सफेद दाग को ल्यूकोडर्मा कहा जाता है। इसके लिए ज्यादातर लोग दवाओं का सहारा लेते हैं, जिससे ठीक होने में काफी वक्त लगता है। हालांकि, घर में मौजूद कुछ चीजों से ही इसका इलाज संभव है। कुछ लोगों का मानना है कि ये कुष्ठ रोग का पहला स्टेज है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं। ये न तो किसी प्रकार का कैंसर होता है, न ही कोढ़। इंडिया में लगभग 2 प्रतिशत लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं।
बथुए का पत्तियां
इनकी पत्तियों का इस्तेमाल भी सफेद दाग के उपचार के तौर पर किया जाता है। सब्जी बनाने से लेकर इसकी पत्तियों का रस लगाने से भी काफी आराम मिलता है।

ऐलोवेरा जेल
ऐलोवेरा की पत्तियों के अंदर के जेल को निकालकर सफेद दाग वाले हिस्से पर लगाएं और अच्छे से मसाज करें। सूखने पर इसे पानी की सहायता से धो लें। दिन में 2-3 बार इसका इस्तेमाल करें। ऐलोवेरा जूस पीना भी फायदेमंद होता है।

सरसों तेल
सरसों तेल स्किन से लेकर बालों तक के लिए फायदेमंद है। इस तेल में हल्दी पाउडर मिलाकर उसे सफेद दाग पर लगाएं। सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। साबुन का इस्तेमाल कम से कम करें। चिकनाहट मिटाने के लिए बेसन का इस्तेमाल करें।

नीम की पत्ती
नीम की पत्ती कई सारी बीमारियों का घरेलू उपचार है। इसकी पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसे दाग वाले हिस्से पर लगाएं। नीम की पत्तियों के जूस में शहद मिलाकर पीना भी लाभकारी होगा। जल्द असर के लिए ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। ये ब्लड प्यूरीफाई का काम करता है।

अदरक
अदरक के छोटे से टुकड़े को सफेद दाग वाली जगह पर हल्के-हल्के रगड़ें। इससे उसका रस त्वचा तक पहुंचता है और अदरक में मौजूद मिनरल्स स्किन की इस समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।

छाछ
डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें। लिक्विड चीजों का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करें और छाछ पीने से इस समस्या को दूर करना संभव है।