Friday, October 30, 2015

Healthy benefits of one cup curd eating everyday । रोज एक कटोरी दही खाने से होने वाले फायदे

Healthy benefits of one cup curd eating everyday । रोज एक कटोरी दही खाने से होने वाले फायदे 
                प्राचीन मान्यता है कि किसी भी अच्छे काम की शुरुआत से पहले दही खाने से उस काम के लिए जाने वाले को सफलता मिलती है। साथ ही, दही को हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इसमें कुछ ऐसे रासायनिक पदार्थ होते हैं, जिसके कारण यह दूध की अपेक्षा जल्दी पच जाता है। जिन लोगों को पेट की परेशानियां, जैसे अपच, कब्ज, गैस बीमारियां घेरे रहती हैं, उनके लिए दही या उससे बनी लस्सी, छाछ का उपयोग करने से आंतों की गर्मी दूर हो जाती है।

डाइजेशन अच्छी तरह से होने लगता है और भूख खुलकर लगती है। दूध से बनने वाले दही का उपयोग खाने में हजारों सालों से हो रहा है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने वाले कैल्शियम की मात्रा दूध की अपेक्षा दही में 18 गुणा ज्यादा होती है।

1. अनिद्रा
रात में नींद न आने की परेशानी हो तो रोज खाने के साथ एक कटोरी दही का सेवन करें। धीरे-धीरे यह समस्या दूर हो जाएगी।

2. पाचन शक्ति बढ़ाता है
दही का नियमित सेवन शरीर के लिए अमृत के समान माना गया है। यह खून की कमी और कमजोरी दूर करता है। दूध जब दही का रूप ले लेता है तब उसकी शर्करा अम्ल में बदल जाती है। इससे पाचन में मदद मिलती है। जिन लोगों को भूख कम लगती है। उन लोगों को दही बहुत फायदा करता है।

3. पेट की गर्मी दूर करता है
दही की छाछ या लस्सी बनाकर पीने से पेट की गर्मी शांत हो जाती है। पेट में गड़बड़ होने पर दही के साथ ईसबगोल की भूसी लेने या चावल में दही मिलाकर खाने से दस्त बंद हो जाते हैं। पेट के अन्य रोगों में दही को सेंधा नमक के साथ लेना फायदेमंद होता है।

4. आंतों के रोग
अमेरिकी आहार विशेषज्ञों के अनुसार दही के नियमित सेवन करने से आंतों के रोग और पेट संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं।

5. दिल के रोग
दही में दिल के रोग, हाई ब्लड प्रेशर और गुर्दों की बीमारियों को रोकने की गजब की क्षमता है। यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है और दिल की धड़कन सही बनाए रखती है।

6. हड्डियों की मजबूती
दही में कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह हड्डियों के विकास में सहायक होता है। साथ ही, दांतों और नाखूनों को भी मजबूत बनाता है। इससे मांसपेशियों के सही ढंग से काम करने में मदद मिलती है।
7. जोड़ों के दर्द
हींग का छौंक लगाकर दही खाने से जोड़ों के दर्द में लाभ मिलता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी है।

8. बवासीर
बवासीर रोग से पीड़ित रोगियों को दोपहर के भोजन के बाद एक गिलास छाछ में अजवायन डालकर पीने से फायदा मिलता है।

9. वजन
दुबले-पतले व्यक्तियों को अगर दही में किशमिश, बादाम या छुहारा मिलाकर दिया जाए तो वजन बढ़ने लगता है, जबकि दही के सेवन से शरीर की फालतू चर्बी को भी हटाया जा सकता है।

10. सौंदर्य
दही शरीर पर लगाकर नहाने से त्वचा कोमल और खूबसूरत बन जाती है। दही में नींबू का रस मिलाकर चेहरे, गर्दन, कोहनी, एड़ी और हाथों पर लगाने से शरीर निखर जाता है। दही की लस्सी में शहद मिलाकर पीने से सौंदर्य में बढ़ोत्तरी होती है।
11. बालों की सुंदरता
बालों को सुंदर और आकर्षक बनाए रखने के लिए दही या छाछ से बालों को धोने से फायदा होता है। इसके लिए नहाने से पहले बालों में दही से अच्छी मालिश करनी चाहिए।कुछ समय बाद बालों को धो लेने से बालों की खुश्की या रूसी खत्म हो जाती है।

12. मुंह के छाल
दही की मलाई को मुंह के छालों पर दिन में दो-तीन बार लगाने से छाले दूर हो जाते हैं। दही और शहद को समान मात्रा में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से भी मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।

13. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
दही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इससे अस्थमा और एलर्जी के रोगों में फायदा मिलता है। दांतों से संबंधित शिकायतों में भी दही का सेवन लाभकारी होता है।
14. पसीना
गर्मी के दिनों में पसीना बहुत ज्यादा आता है। ऐसे में दही और बेसन के मिश्रण से मालिश करें। कुछ देर बाद नहा लें। पसीने की दुर्गंध दूर हो जाएगी।
15. बच्चों के दांत
दही के साथ शहद मिलाकर जिन बच्चों के दांत निकल रहे हों, उन्हें चटाना चाहिए। इससे दांत आसानी से निकल जाते हैं।
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                Ancient belief that eating curd before the start of any good work that the task succeeds. Additionally, curd is considered very good for health. There are certain chemical substances, which is why it is digested quickly than milk. Those stomach problems, such as indigestion, constipation, gas surrounds the disease, they made curd or buttermilk, buttermilk using heat from the ends of the intestine.

Digestion seems to be well and seems to be frank appetite. Use curd made from milk that has been eating for thousands of years. Protein, calcium, riboflavin, vitamin B nutrients such as are found. Strengthen teeth and bones of the calcium content of milk is more than 18 times in curd.

1. Insomnia:
If trouble sleeping at night daily with a meal, drink a bowl of curd. This problem will be solved gradually.

2. Improves digestion:
Regular consumption of curd is considered as the elixir for the body. It removes blood loss and weakness. When milk turns into curd and the sugar is converted into acid. It helps in digestion. Those who feel less hungry. curd is very beneficial for those people.

3. stomach heat is off:
Buttermilk or Lassi drink by the heat of the stomach is cool. Plantago ovata husk on the stomach taking curd or curd mixed with rice to eat Diarrhea are closed. Other diseases of the stomach with rock salt to curd is beneficial.

4. Intestinal Diseases:
According to experts, regular consumption of curd to the diet of the intestines and stomach related diseases are not diseases.

5. Heart disease:
curd heart disease, high blood pressure and prevent diseases of the kidneys is remarkable resilience. Cholesterol and prevents it from moving to the right to maintain heartbeat.

6. strong bones:
Calcium is found in high amounts in curd. It is helpful in the development of bones. Additionally, the teeth and makes nails stronger. It helps muscles to work correctly.

7. Joint Pain:
Eating curd with a twist of Asafoetida in joint pain relief. It is delicious as well as nutritious.

8. Piles:
Patients suffering from hemorrhoids after lunch drink a glass of buttermilk, add parsley benefit.

9. Weight:
Frail persons in the curd raisins, almonds or raisins combination when gaining weight, while the surplus fat curd intake to the body can be removed.

10. Beauty:
Curd Body Worn bath skin becomes soft and beautiful. curd lemon juice in the face, neck, elbows, heels and hands are putting on body sparkles. Lassi curd drink honey increases in beauty.

11. Hair Colour: Hair beautiful and attractive to retain curd or buttermilk benefit from the hair washing. The best curd in the bath before the massage to the hair should just wash the hair after the hair ends dryness or Russian.

12. mouth bark:
Cream of curd a day, two to three times on the mouth ulcers are cured by applying blisters. curd and honey mixed in equal amounts to twice the mouth sores go away.

13. Increases resistance to disease:
Curd enhances immunity. This benefit in asthma and allergy diseases. Teeth in complaints related to consumption of curd is beneficial.

14. Sweat:
In summer sweat is too much. The mixture of curd and flour and rub. After some time to shower. Funk of sweat will be away.

15. Children's Teeth:
Curd with honey are the children's teeth are out, they must eat. It easily removes teeth.
Note: Hindi to English translate may vary.

Thursday, October 29, 2015

Useful home remedies of Papaya | पपीता के घरेलु उपयोग एवं फायदे

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Useful home remedies of Papaya | पपीता के घरेलु उपयोग एवं फायदे
                पपीता एक टेस्टी और हेल्दी फ्रूट है। सिर्फ फ्रूट ही नहीं इसका पूरा पौधा कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर है। कच्चे पपीते में विटामिन ए और सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आयुर्वेद में पपीता को अनेक लाइलाज बीमारियों को दूर करने वाला माना गया है। पपीता पाचन संबंधी दिक्कतों, पीलिया, हर्निया,प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाला, दिल के लिए उपयोगी, कोलेस्ट्रॉल के रोगियों के लिए यह अमृत के समान है।

नियमित रूप से पपीता का सेवन करने से त्वचा हमेशा जवान बनी रहती है, बालों का झड़ना, एसिडिटी, गैस, वर्मस, कमजोरी, विटामिन सी से होने वाले रोग, बवासीर, स्किन प्रॉब्लम्स, अनियमित मासिक धर्म आदि बीमारियां दूर हो जाती है। इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह तत्व, विटामिन- ए, बी, सी, डी प्रोटीन, कार्बोज, खनिज आदि अनेक तत्व एक साथ पाए जाते हैं। इसलिए यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।

                Papaya is a tasty and healthy fruit. The whole plant, not just the fruit is rich in numerous medicinal properties. Raw papaya rich in vitamins A and C is found. Papaya in Ayurveda is considered to overcome the many incurable diseases. Papaya digestive problems, jaundice, hernia, increases fertility, useful for heart, cholesterol for patients it is like nectar. 

Regular intake of papaya skin always remains young, hair loss, acidity, gas, Wermus, weakness, vitamin C disease, haemorrhoids, Skin Problems, irregular menstruation ends etc. diseases. Calcium, phosphorus, iron, vitamin A, B, C, D, protein, Carboj, minerals etc. Many elements occur together. Hence it is extremely beneficial to health.


1. पपीता हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें कारपेन या कार्पेइनज नामक एक क्षारीय तत्व होता है, जो ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करता है। इसी कारण हाई ब्लड प्रेशर के रोगी को एक पपीता (कच्चा) नियमित रूप से खाते रहना चाहिए।

2. नए जूते-चप्पल पहनने पर उसकी रगड़ लगने से पैरों में छाले हो जाते हैं। यदि इन पर कच्चे पपीते का रस लगाया जाए तो बहुत जल्दी आराम मिलता है।
3. पपीते का रस अरुचि, अनिद्रा, सिर दर्द, कब्ज व आंव-दस्त आदि रोगों को ठीक करता है। आपको भूख नहीं लगती या पेशाब ठीक से नहीं होता तो सुबह में नियमित रूप से पके पपीते का सेवन करें। इससे भूख भी लगने लगेगी और पेशाब से संबंधित समस्या भी दूर हो जाएगी।

4. पपीते के रस के सेवन से खट्टी डकारें बंद हो जाती है। यह दिल के रोग, आंतों की कमजोरी आदि को भी दूर करता है। पपीता पेट के लिए तो वरदान माना गया है। इसमें पेप्सिन नामक तत्व पाया जाता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है। इसका सेवन रोज करने से पाचन शक्ति में बढ़ोतरी होती है।

5. यदि आप कील-मुंहासों से परेशान हैं तो कच्चे पपीते के गूदे को शहद में मिलाकर चेहरे पर लगाएं और जब वह सूख जाए तो गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। उसके बाद मूंगफली के तेल से हल्के हाथ से चेहरे पर मालिश करें। एक महीने तक नियमित रूप से ऐसा करने से आपको काफी लाभ होगा।

6. पपीते के दस बीज पानी में पीस कर चौथाई कप पानी में मिला कर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। इसका एक हफ्ते तक नियमित रूप से उपयोग करना चाहिए। बच्चा मां के दूध पर निर्भर रहता है, लेकिन कई बार ऐसा देखने में आता है कि मां को पर्याप्त दूध नहीं होता, जिससे बच्चा भूखा रह जाता है। कच्चे पपीते की सब्जी खाने से मां के दूध में बढ़ोतरी होती है।

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1. Papaya is extremely beneficial for patients with high blood pressure, because it is a basic element called Karpen or Carpeinj, which regulates blood pressure. For this reason, a high blood pressure patient papaya (raw) should eat regularly.

2. wearing new shoes on his feet from rubbing blisters are getting. If the juice of raw papaya when applied to very quickly get comfortable.

3. papaya juice anorexia, insomnia, headache, constipation and dysentery, diarrhoea etc. are healing. If you feel hungry or urine does not go smoothly in the morning regularly eat papaya. It will take hunger and urination related problem will be solved.

4. sour belches from papaya juice intake is closed. It's heart disease, intestinal weakness is also removed. Papaya is considered a boon to the stomach then. The element is found in pepsin, which helps digest food. The digestion is an increase in the daily intake.

5. If you are bothered by acne wedge-pulp of raw papaya mixed with honey on the face and let it dry, then wash the face with lukewarm water. Then peanut oil and rub gently on the face. By doing this regularly for a month you will benefit greatly.

6. ten papaya seeds in water mixed with ¼ cup water grind stomach worms die. One week should be used regularly. The child depends on the mother's milk, but many times it is seen that the mother does not breastfeed, the baby is hungry. Vegetable raw papaya is an increase in the breast milk.

Monday, October 26, 2015

Useful Home remedies of Amla | आँवला का घरेलु उपयोग व उसके फायदे

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Useful Home remedies of Amla | आँवला का घरेलु उपयोग व उसके फायदे
              

                 आँवला एक गुणों से भरपूर फल है, इसलिए इसका सेवन सेहत बनाने वाला माना जाता है। घरों में आँवले का स्वादिष्ट अचार और मुरब्बा तैयार किया जाता है। आयुर्वेद से लेकर आधुनिक विज्ञान भी आँवले के औषधीय गुणों का लोहा मानता आया है। आदिवासी भी आँवले को अनेक हर्बल फार्मूलों में एक महत्वपूर्ण औषधि के तौर पर उपयोग में लाते है। 

Amla is a fruit of goodness, so its intake is known to create health. Houses of Aanvle tasty pickles and jam is prepared. From the modern science of Ayurveda medicinal properties Aanvle iron is observed. Tribal also Aanvle many herbal formulas that use it as an important drug.


1. आंवले का रस(करीब 50 मि ली) तैयार कर लें। इसमें 5 ग्राम गाय का घी मिलाएं। रोजाना रात सोने से पहले लेने से वीर्य में कम शुक्राणुओं की शिकायत दूर होती है। एक माह तक लगातार इस फॉर्मूले के सेवन से फर्क महसूस किया जा सकता है।
2. शारीरिक ताकत और मजबूती के लिए आंवले को बहुत अच्छा माना जाता है। आंवले के चूर्ण के साथ यदि गिलोय के तने का चूर्ण भी मिलाकर लें। इससे शरीर में ऊर्जा का जबरदस्त संचार होता है। इस मिश्रण के साथ छोटा गोखरू की जड़ों के चूर्ण को भी मिलाएं। इसे दूध के साथ रात को सोने से पहले लिया जाता है।

3. मुंह में छाले होने पर आंवले की पत्तियों को चबाएंं। छालों में आराम मिल जाता है। खाने खाते समय जीभ दांत के बीच आ जाए और खून निकल आए तो तुरंत आंवले की पत्तियों को चबा लें। आराम मिल जाएगा।

4. सूखे आंवले और आंवले की सूखी पत्तियों की समान मात्रा (लगभग 4 ग्राम) लें। इन्हें पीस लें, इस मिश्रण में हल्दी का चूर्ण मिलाएं। दिन में कम से कम दो बार भोजन के बाद इसे लें, फायदा होगा। डायबिटीज के नियंत्रण में यह फार्मूला काफी कारगर है।
5. शहद के साथ आंवले के चूर्ण को खाने से भी ताकत बढ़ती है। आंवले को तिल के साथ मिलाकर बीस दिनों तक रोजाना सुबह खाली पेट खाएं। इससे शरीर को चुस्त और दुरूस्त होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है। यह मिश्रण स्वास्थ्यवर्धक होता है।

6. पेशाब के समय जलन की शिकायत हो तो आंवला एक फायदेमंद उपाय है। आंवले का रस तैयार कर लें। उसमें स्वादानुसार शक्कर, शहद और घी मिलाकर पिएं तो पेशाब की जलन शांत हो जाएगी।

7. एक गिलास आंवले के जूस में 2 ग्राम हल्दी चूर्ण मिला लें। इसे नियमित रूप से पीने पर शरीर की स्फूर्ति बनी रहती है। यह डायबिटीज नियंत्रण के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होता है। आधुनिक विज्ञान भी आंवले और हल्दी के मिश्रण को डायबिटीज के लिए कारगर मानता है।

8. आंवले चूर्ण और अश्वगंधा की जड़ को समान मात्रा में मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण का सेवन कम से कम दिन में दो बार करें। यह पुरुषों की कमजोरी को दूर करता है। डायबिटीज नियंत्रण के लिए भी यह एक अच्छा उपाय है।

9. आंवले को पीपल की छाल और चित्रक की पत्तियों की समान मात्रा (6 ग्राम) लेकर 40 मिली पानी के साथ उबाल लें। इसका काढ़ा तैयार कर लें। इसे दिन में चार से पांच घंटों के अंतराल से रोगी को पिलाएं। बुखार उतर जाएगा।

10. आंवले को पीसकर घी में सेंक लें। इस मिश्रण को सूंघने से नाक से निकलने वाले खून या नकसीर में आराम मिलता है। इसे नाक के बाहर लगाने से भी आराम मिलता है।

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1. Amla juice (approximately 50 m l) prepare. Mix 5 g of the cow's ghee. Every day before going to bed the night by taking the complaint is low sperm in semen. A month of continuous use of this formula can feel the difference.

2. Physical strength and robustness of the Indian gooseberry is considered very good. Amla powder mixed with the Giloy trunk also offers powder. This communication is tremendous energy in the body. With this mixture, add the powder to the roots of small bunions. It is taken with milk at night before bedtime.

3. Indian gooseberry leaves Cbaann on mouth ulcers. Comfort gets blisters. To come between the teeth and tongue while eating dinner blood came out immediately chew the leaves of gooseberry. Guests will find.

4. dried amla and equal volume of dry leaves of Indian gooseberry (about 4 grams) stay. Grind them, add the mixture of turmeric powder. At least twice a day after meals take it, will benefit. This formula is very effective in the control of diabetes.

5. amla powder with honey to eat the strength to strength. Amla mixed with sesame empty stomach every morning to eat twenty days. It does not take much time to restore the body fit and feel. This mix is ​​healthy.

6. complained of a burning sensation when urinating Amla is a beneficial way. Prepare amla juice. The taste of sugar, honey and ghee piss drink will calm irritation.

7. A glass of 2 grams of Indian gooseberry juice and mix turmeric powder. Drink it regularly every body persists. This is a boon for diabetes control. Amla and turmeric mixture of modern science also considers effective for diabetes.

8. Ashwagandha root of amla powder and grind in the same measure. The powder consumed at least twice a day to. It removes the weakness of men. It is also a good remedy for diabetes control.

9. People of Indian gooseberry bark and leaves of the same volume of wort (6 g) with about 40 ml of water to boil. Prepare the brew. Four to five hours in the day interval Feed the patient. Will fever.
10. Soak amla ground with ghee. The mixture coming out smelling blood or bleeding from the nose in relief. It also provides relief from nose put out.

Friday, October 23, 2015

Important information about lady finger and it's use. | भिन्डी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी एवं उसका उपयोग

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               भिंडी खाने में जितनी स्वादिष्ट लगती है, उतनी ही गुणों से भरपूर भी है। यह भारतीयों द्वारा सबसे अधिक पसंद की जाने वाली सब्जियों में से एक है। इसका वानस्पतिक नाम एबेल्मोस्कस एस्कुलेंट्स है। सामान्यत: लोग इसे सिर्फ एक सब्जी के तौर पर देखते है, लेकिन आदिवासी इलाकों में इसे अनेक तरह की बीमारियों के इलाज में उपयोग लाया जाता है। भिंडी में विटामिन और खनिजों सहित विटामिन ए, बी, सी, ई और के और कैल्शियम, लोहा और जस्ता आदि पाया जाता है। इसके अलावा, भिंडी में उच्च स्तर का लसदार फाइबर भी होता है।

1. डायबिटीज के रोगियों को अक्सर भिंडी की अधकच्ची सब्जी खानी चाहिए। डांग- गुजरात के हर्बल जानकारों के अनुसार ताजी हरी भिंडी डायबिटीज में बेहद लाभदायक होती है।
2. भिंडी के बीजों का चूर्ण (5 ग्राम), इलायची (5 ग्राम), दालचीनी की छाल का चूर्ण (3 ग्राम) और काली मिर्च (5 दाने) लेकर अच्छी तरह से कूट ले। इस मिश्रण को रोजाना दिन में 3 बार गुनगुने पानी में मिलाकर लें। डायबिटीज में तेजी से फायदा होता है।
3. मध्य प्रदेश के पातालकोट के भुमका (हर्बल जानकार) नपुंसकता दूर करने के लिए पुरुषों को कच्ची भिंडी को चबाने की सलाह देते हैं। ये आदिवासी शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए भिंडी को बेहतर मानते हैं।
4. भिंडी को बीच से काट लें (लगभग 5 भागों में), नींबू रस (आधा चम्मच), अनार और भुई आंवला की पत्तियां (5-5 ग्राम) आदि को 1 गिलास पानी में रात भर के लिए रख दें।अगली सुबह सारे मिश्रण को अच्छी तरह से पीसकर रोजाना लगातार 2 बार सात दिनों तक लें। जानकारों की मानी जाए तो पीलिया जैसा घातक रोग इस से एक सप्ताह में ही नियंत्रित हो जाता है। बुखार और सर्दी-खांसी में भी ये दवा रामबाण है।
5. करीब 50 ग्राम भिंडी को बारीक काटकर 200 मिली पानी में उबालें। जब यह आधा बच जाए तो इसे सिफलिस के रोगी को दें। एक महीने तक लगातार ये नुस्खा अपनाना चाहिए।
6. कुछ इलाकों में भिंडी के कटे हुए सिरों को पीने के पानी में डुबो कर सारी रात रखा जाता है। सुबह खाली पेट इस पानी को पी लिया जाता है। छानने के बाद बचे भिंडी के हिस्सों को फेंक दिया जाना चाहिए। माना जाता है कि डायबिटीज नियंत्रण के लिए यह एक कारगर उपाय है।
7. भिंडी के बीजों को एकत्रित कर लें। इन्हें सुखाकर पीस लें। ये बीज प्रोटीनयुक्त होते हैं और उत्तम स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं। इस चूर्ण को बच्चों को खिलाने पर ये टॉनिक की तरह काम करेगा।

Thursday, October 22, 2015

Gunda (Cordia dichotoma) Indian Glue Berry | लसोड़ा (गुन्दे) खाने के फायदे एवं उपयोग

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                लसोड़ा को साधारण भाषा में गोंदी और निसोरा भी कहते हैं। इसके फल सुपारी के बराबर होते हैं। कच्चा लसोड़ा का साग और आचार भी बनाया जाता है। पके हुए लसोड़े मीठे होते हैं व इसके अंदर गोंद की तरह चिकना और मीठा रस होता है। लसोड़ा मध्यभारत के वनों में देखा जा सकता है। यह एक विशाल पेड़ होता है। जिसके पत्ते चिकने होते है।आदिवासी अक्सर इसके पत्तों को पान की तरह चबाते हैं। इसकी लकड़ी इमारती उपयोग की होती है। इसे रेठु के नाम से भी जाना जाता है, हालांकि इसका वानस्पतिक नाम कार्डिया डाईकोटोमा है। आदिवासी लसोड़ा का इस्तेमाल अनेक रोग निवारणों के लिए करते हैं, 

 1. इसकी छाल की लगभग 200 ग्राम मात्रा लेकर इतने ही मात्रा पानी के साथ उबाला जाए और जब यह एक चौथाई शेष रहे तो इससे कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन, दांतो का दर्द और मुंह के छालों में आराम मिल जाता है।
2. भारतवर्ष के आदिवासी लसोड़ा के फलों को सुखाकर चूर्ण बनाते है और मैदा, बेसन और घी के साथ मिलाकर लड्डू बनाते हैं। इनका मानना है कि इस लड्डू के सेवन शरीर को ताकत और स्फूर्ती मिलती है।
3. लसोड़े की छाल को पानी में उबालकर छान लें। इस पानी से गरारे करने से गले की आवाज खुल जाती है।
4. इसके बीजों को पीसकर दाद-खाज और खुजली वाले अंगो पर लगाया जाए तो आराम मिलता है।
5. छाल के रस को अधिक मात्रा में लेकर इसे उबाला जाए और काढ़ा बनाकर पिया जाए तो गले की तमाम समस्याएं खत्म हो जाती है।
6. लसोड़ा की छाल को पानी में घिसकर प्राप्त रस को अतिसार से पीड़ित व्यक्ति को पिलाया जाए तो आराम मिलता है।
7. छाल का काढ़ा और कपूर का मिश्रण तैयार कर सूजन वाले हिस्सों में मालिश की जाए तो फायदा होता है।
8. लसोड़ा के पत्तों का रस प्रमेह और प्रदर दोनों रोगों के लिए कारगर होता है। लसोड़ा की छाल का काढा तैयार कर माहवारी की समस्याओं से परेशान महिला को दिया जाए तो आराम मिलता है।

Tuesday, October 20, 2015

Useful Madar (aak) Tree | आकरे के पौधे का घरेलू उपयोग

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Useful Madar (aak) Tree | आकरे के पौधे का घरेलू उपयोग 
               मदार को सामान्यत: लोग जहरीला पौधा मानते हैं। इसी भ्रम के कारण अधिकतर लोग इसकी उपयोगिता को नजरअंदाज कर देते हैं। आयुर्वेद में भी इसे उपविष कहा गया है, लेकिन इसे औषधीय रूप से बहुत उपयोगी माना गया है। आइए, आज हम आपको बताते हैं मदार के पौधे के औषधीय गुणों के बारे में।

1. यदि आप सिर में फंगल संक्रमण के कारण होने वाली खुजली से परेशान हैं, तो जहां फंगल संक्रमण है, वहां मदार का दूध लगाएं। फंगल संक्रमण खत्म हो जाएगा।

2. मदार के पीले पके पत्तों पर घी चुपड़ कर धीमी आंच पर गर्म कर लें। इसके बाद पत्ते से रस निकालकर दो से तीन बूंद कान में डालने से कान के रोगों में लाभ होता है।

3. मदार के सूखे फूल, लौंग 10 से 20 ग्राम, काली मिर्च 2.5 ग्राम मात्रा में मिलाकर पीसकर गोलियां बना लें। इस गोली को सुबह-शाम दमा रोगी को देने से फायदा होता है।
4. खाना नहीं पच रहा हो तो मदार के पत्तों का रस निकाल लें। इस रस में बराबर मात्रा में एलोवेरा का जूस मिलाकर थोड़ी चीनी डाल कर पका लें। ठंडा कर कांच की साफ बोतल में भरकर रख लें। इसका सेवन करने से लाभ होता है।

5. मदार की एक कोंपल को पान के पत्ते पर रखकर खाली पेट चबाने से पीलिया के रोगी को आराम मिलता है।
6. मदार के पत्तों को पीसकर पोटली बना लें। इस पोटली पर घी लगाकर तवे पर गर्म कर दर्द वाले स्थान पर सेंक करने से दर्द में आराम मिलता है।

7. यदि कोई पुराना घाव ठीक न हो रहा हो तो मदार का दूध 5 से 10 मिली और 2.5 ग्राम दारुहरिद्रा मिलाएं। इस घोल में रूई डूबोकर घाव पर लगाने से राहत मिलती है।
8. मदार के पत्तों पर जमी सफेदी निकालें। उसे आटा या मैदा में मिलाएं। इस मिश्रण की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर खाली पेट सेवन करने से कीड़े के जहर का प्रभाव दूर हो जाता है।

9. मदार के दूध में थोड़ा सेंधा नमक मिलाएं। जिस दांत में दर्द हो, वहां इस मिश्रण को रूई से लगाएं। कुछ देर लगा रहने दें, आराम मिलेगा।

10. आक के आठ से दस पत्तों में पांच से दस ग्राम काली मिर्च मिलाकर पीस लें। इसमें थोड़ी हल्दी मिलाकर मंजन करने से दांत मजबूत होते हैं।

11. मदार के फूल को सुखाकर सौंठ ,मरीच और पिप्पली के साथ मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण में थोड़ा अदरक का रस मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इस गोली को खाने से गले की खराश दूर हो जाती हैै।

12. मदार के फूलों के गुच्छों को तोड़ने से निकले दूध को एकत्रित कर लें। इस दूध में नारियल का तेल मिलाकर दाद पर लगाने से खुजली दूर हो जाती है।
13. पीले पड़े हुए मदार के दो पत्तों का रस नाक में टपकाने से माइग्रेन में लाभ मिलता है।

14. पसलियों या मांसपेशियों में दर्द हो तो मदार के दूध में थोड़ा पिसा काला तिल मिलाएं। मदार के पत्ते पर सरसों का तेल लगाएं। इसके बाद तिल का लेप पत्ते पर लगाएं और पत्ते को बांध लें, आराम मिलेगा।

15. यदि आप जोड़ों के दर्द से परेशान हों तो मदार के फूल को सौंठ, काली मिर्च, हल्दी और नागरमोथा को बराबर मात्रा में मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। एक से दो गोली सुबह-शाम चिकित्सक के परामर्श के अनुसार लें, लाभ होगा।

16. मदार के पत्तों का रस लगभग 1000 मि.ली. और कच्ची हल्दी का रस 250 मि.ली. की मात्रा में मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं। जब तेल बच जाए तो इसे छान कर लगाने से पुराना घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है।

17. मदार के दूध की 5 बूंद, कच्चे पपीते का रस 10 बूंद, चिरायता का रस 15 बूंद और थोड़ा गौमूत्र मिलाकर पुराने बुखार से पीड़ित रोगी को देने से लाभ मिलता है।

Wednesday, October 14, 2015

How to do Hair care in winters । सर्दियों में बालो की देखभाल कैसे करें ।

How to do Hair care in winters । सर्दियों में बालो की देखभाल कैसे करें 


A. बाल उगाना :-
               प्याज़ और शहद के मिश्रण में हरे धनिया का रस मिला ले। इसके नियमित उपयोग से काफी असर दिखने लगता हे।  ये उपाय जड़ते बालों में भी उपयोगी है।

B. नीम की पत्तिया :-
               नीम की पत्तियों को उबाल कर उसे छान ले। इस पानी से बाल धो ले। ये एक बहुत ही अच्छा एंटीसेप्टिक हे। क्योकि dandruff  में काफी असरदार होता हे।


C. Dandruff (बालों में रूसी) प्याज और शहद का रस बालों की जड़ो में लगायें ।


D. Olive Oil :-
               लौंग का तेल हल्का गरम करके बालों की जड़ो में उससे मालिश करे। ये Dandruff  हटाने के साथ-साथ बालो को एक बेहतर कंडीशनिंग भी देता है ।


E. शहद :-
               बालो को अच्छे से ब्रश करने के बाद उन पर शहद का पैक लगाये। इसके लिए 2 चम्मच शहद में 1 चम्मच गरम पानी मिला कर उसे थोडा पतला कर ले। फिर इसे एक ब्रश की सहायता से बालों की जड़ो से लेकर अंत तक लगा ले। 20 मिनट रखने के बाद हलके गरम पानी से धो ले।
Note:- शहद का उपयोग तेलिए (Oily) पदार्थो के साथ नहीं करें


F. केला :-
               आधा केला, 1 चम्मच लौंग का तेल ( Olive Oil ), आधा कप दही इसे मिक्सर में मिक्स कर ले। अब इस पैक को आधे घंटे के लिए बालो में लगा ले। फिर हलके गरम पानी से धो ले।

Sunday, October 11, 2015

Home remedies of Leucoderma problem । सफेद दाग की समस्या को दूर करने के घरेलू उपचार


Home remedies of Leucoderma problem । सफेद दाग की समस्या को दूर करने के घरेलू उपचार

                त्वचा पर सफेद दाग का होना उतनी बड़ी और गंभीर बीमारी नहीं, जितना लोग इसे लेते हैं। समय रहते इसका इलाज करवा लिया जाए तो प्रॉब्लम को आसानी से दूर किया जा सकता है। सफेद दाग को ल्यूकोडर्मा कहा जाता है। इसके लिए ज्यादातर लोग दवाओं का सहारा लेते हैं, जिससे ठीक होने में काफी वक्त लगता है। हालांकि, घर में मौजूद कुछ चीजों से ही इसका इलाज संभव है। कुछ लोगों का मानना है कि ये कुष्ठ रोग का पहला स्टेज है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं। ये न तो किसी प्रकार का कैंसर होता है, न ही कोढ़। इंडिया में लगभग 2 प्रतिशत लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं।
बथुए का पत्तियां
इनकी पत्तियों का इस्तेमाल भी सफेद दाग के उपचार के तौर पर किया जाता है। सब्जी बनाने से लेकर इसकी पत्तियों का रस लगाने से भी काफी आराम मिलता है।

ऐलोवेरा जेल
ऐलोवेरा की पत्तियों के अंदर के जेल को निकालकर सफेद दाग वाले हिस्से पर लगाएं और अच्छे से मसाज करें। सूखने पर इसे पानी की सहायता से धो लें। दिन में 2-3 बार इसका इस्तेमाल करें। ऐलोवेरा जूस पीना भी फायदेमंद होता है।

सरसों तेल
सरसों तेल स्किन से लेकर बालों तक के लिए फायदेमंद है। इस तेल में हल्दी पाउडर मिलाकर उसे सफेद दाग पर लगाएं। सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। साबुन का इस्तेमाल कम से कम करें। चिकनाहट मिटाने के लिए बेसन का इस्तेमाल करें।

नीम की पत्ती
नीम की पत्ती कई सारी बीमारियों का घरेलू उपचार है। इसकी पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसे दाग वाले हिस्से पर लगाएं। नीम की पत्तियों के जूस में शहद मिलाकर पीना भी लाभकारी होगा। जल्द असर के लिए ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। ये ब्लड प्यूरीफाई का काम करता है।

अदरक
अदरक के छोटे से टुकड़े को सफेद दाग वाली जगह पर हल्के-हल्के रगड़ें। इससे उसका रस त्वचा तक पहुंचता है और अदरक में मौजूद मिनरल्स स्किन की इस समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।

छाछ
डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें। लिक्विड चीजों का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करें और छाछ पीने से इस समस्या को दूर करना संभव है।

Saturday, October 10, 2015

Health benefits of bottle gourd । लौकी जूस के फायदे

Health benefits of bottle gourd । लौकी जूस के फायदे 


               लौकी हमारे शरीर के कई रोगों को दूर करने में सहायक होती है। इसका उपयोग रोगियों के लिए सलाद, रस कालकर या सब्जी के रूप में लंबे समय से किया जाता रहा है। लौकी को कच्चा भी खाया जाता है। यह पेट साफ करने में भी बहुत ही फायदेमंद होता है साथ ही बॉडी को हेल्दी और टॉक्सिक फ्री भी बनाती है।



गैस और कब्ज
एसिडीटी, कब्ज, पेट की बीमारियों एवं अल्सर में लौकी का रस फायदेमंद होता है। खाने के बाद अगर पेट में किसी प्रकार की कोई परेशानी महसूस हो रही हो तो लौकी का जूस पिएं।

खांसी
खांसी, टीबी, सीने में जलन आदि में भी लौकी बहुत उपयोगी होती है।

हार्ट डिसीज
खाने के बाद एक कप लौकी के रस में थोड़ी-सी काली मिर्च और पुदीना डालकर पीने से हार्ट रोग में आराम मिलता है।

किडनी रोग
लौकी किडनी के रोगों में बहुत उपयोगी है और इससे मूत्र खुलकर आता है।​

कोलेस्ट्रॉल
लौकी में मिनरल्स अच्छी मात्रा में मिलते हैं। लौकी के बीज का तेल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है तथा हृदय को शांत रखता है। यह ब्लड की नाडिय़ों को भी स्वस्थ बनाता है।

कब्ज और पीलिया
लौकी का उपयोग आंतों की कमजोरी,कब्ज, पीलिया, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिसीज, डायबिटीज, शरीर में जलन या मानसिक उत्तेजना आदि में बहुत उपयोगी है।

डायरिया
अगर डायरिया के मरीज को केवल लौकी का जूस हल्के नमक और चीनी के साथ मिलाकर पिलाया जाए तो यह नेचुरली हेल्दी जूस बन जाता है ।

मिर्गी
लौकी का रस मिर्गी में भी फायदेमंद है ।

हैजा
हैजा होने पर 25 मिली लौकी के रस में आधा नींबू का रस मिलाकर धीरे-धीरे पिएं। इससे यूरिन बहुत आता है और लाभ होता है ।

Friday, October 9, 2015

One cup coffee make your whole day । दिन में 1 कप कॉफी पीने के कई लाभ


दिन में 1 कप कॉफी पीने के कई लाभ । One cup coffee make your whole day
                     कोल्ड हो या हॉट, कॉफी का एक सिप ही रिफ्रेश करने के लिए काफी होता है। कॉफी लवर्स को नए-नए एक्सपेरीमेंट के साथ कॉफी पीना पसंद होता है। बड़े-बड़े कॉफी शॉप और हाउस कुछ अलग नहीं सर्व करते बस फ्लेवर्स को आपके मूड और टेस्ट के अनुसार चेंज करते रहते हैं। जानते हैं घर पर ही नए फ्लेवर की कॉफी कैसे बना सकते हैं।

हेज़लनट: कॉफी में हेज़लनट (पहाड़ी बादाम) ऑइल की कुछ बूंदें मिलाकर यह फ्लेवर पाया जा सकता है। यह कॉफी को स्मोकी फ्लेवर देगा। इसमें मौजूद विटामिन ई स्किन और हेयर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं।

वनीला: कॉफी बनाते वक़्त वनीला एक्सट्रैक्ट मिला लें या फिर कॉफी बींस के साथ वनीला बींस को पीस लें। दोनों ही तरीकों से आप वनीला कॉफी बना सकते हैं। यह कॉफी स्ट्रेस दूर करेगी। जिन्हें भूख नहीं लगती है, वे इसे पिएं। भूख बढ़ेगी।

दालचीनी: चाय के अलवा इसे कॉफी में यूज़ कर सकते हैं। कॉफी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर या दालचीनी स्टिक का उपयोग करें। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट शुगर लेवल कंट्रोल करते हैं और इम्यून सिस्टम को भी बेहतर बनाते हैं।

अदरक: टैंगी फ्लेवर पसंद करने वालों को अदरक वाली कॉफी अच्छी लगेगी। यह इंस्टैंट एनर्जी भी देगी। कॉफी बनाते हुए अदरक का टुकड़ा उसमें डालें। इससे डाइजेशन से संबंधी दिक्कतें भी दूर होंगी और गला भी ठीक होगा।

इलायची: फ्लेवर्ड कॉफी के लिए यह बेस्ट है। कॉफी बींस के साथ इलायची पीस लें या कॉफी बनाते वक़्त साथ में उबाल लें। यह ब्लड सर्कुलेशन सही रखती है और साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल करेगी।

Thursday, October 8, 2015

Benefits of coconut water for skin and hair । त्वचा व बालों के लिए फायदेमंद नारियल पानी

Benefits of coconut water for skin and hair । त्वचा व बालों के लिए फायदेमंद नारियल पानी
                नारियल पानी सेहत के लिए हमेशा से ही फायदेमंद रहा है। एनर्जी ड्रिंक होने के साथ ही नारियल पानी पीने से बॉडी में ब्लड की कमी को भी दूर किया जा सकता है। इसका पानी सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं बल्कि बालों और स्किन के लिए भी बहुत ही बेहतरीन होता है। शाइनी बालों और ग्लोइंग स्किन के लिए रोजाना इसका इस्तेमाल करें और फर्क महसूस करें।

दाग-धब्बों से छुटकारा
नारियल पानी पीने के साथ ही उसे स्किन पर भी कॉटन की सहायता से लगाएं। ये त्वचा को अंदर से मॉइश्चराइज करने के साथ ही उसे जिद्दी दाग-धब्बों और कील-मुंहासों से भी छुटकारा दिलाता है।

टैनिंग
नारियल पानी सूरज कि किरणों से स्किन को बचाने और टैनिंग को रोकने का काम भी करता है मुल्तानी मिट्टी और नारियल पानी को मिलाकर पेस्ट बनाएं और रोजाना इसका इस्तेमाल करें।

दमकती त्वचा
इंस्टेंट ग्लो पाने के लिए नारियल पानी एक बेहतरीन ऑप्शन है। रोजाना चेहरे को नारियल पानी से धोएं। कुछ ही दिनों में फर्क नजर आने लगेगा। स्किन ग्लो करने के साथ ही पहले से ज्यादा कोमल और टोन्ड दिखाई देती है। इसके अलावा हल्दी, चंदन और कोकोनट वाटर मिलाकर पेस्ट बनाएं। त्वचा की रंगत निखारने के लिए इसका इस्तेमाल फायदेमंद होता है।

बेहतरीन मॉइश्चराइजर
नारियल पानी बहुत ही लाइट होता है इसलिए इसे मॉइश्चराइज के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ये स्किन के एक्स्ट्रा ऑयल को आसानी से सोख लेता है। ऑयली स्किन के लिए नारियल पानी लगाने के साथ-साथ पीना भी कारगर होता है।

ड्रायनेस दूर
स्किन की ड्रायनेस को दूर करने के लिए इसके पानी का इस्तेमाल नहाने में भी किया जा सकता है। ये बॉडी को हाइड्रेट रखने का काम करता है और साथ ही स्किन को सॉफ्ट बनाता है। नारियल पानी को पीने से शरीर के अंदर मौजूद गंदगी आसानी से बाहर निकल जाती है। साथ ही कई सारी बीमारियां भी दूर रहती हैं।

नारियल पानी का इस्तेमाल बालों के लिए
उलझे और रूखे बालों को सुलझाने के लिए जितना फायदेमंद नारियल तेल होता है उतना ही नारियल पानी भी।

बालों का झड़ना कम
बालों के गिरने की समस्या से परेशान हैं तो नारियल पानी का इस्तेमाल करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। बालों को मजबूती मिलती है जिससे उनका झड़ना कम होता है। इसके अलावा दोमुंहे बालों की प्रॉब्लम भी दूर होती है।

डैंड्रफ दूर
नारियल के पानी में एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं। इसे सिर की जड़ों में लगाने और वॉश करने से डैंड्रफ, खुजली जैसी कई समस्याएं दूर होती हैं।

चमकते बाल
नारियल पानी से सिर की जड़ों में अच्छे से मालिश करने से बालों को मजबूती मिलती है। बाल पहले की अपेक्षा ज्यादा घने और चमकदार नजर आते हैं। ये जड़ों को मॉइश्चराइज रखता है जिससे उन्हें मजबूती मिलती है।

Wednesday, October 7, 2015

Home remedies for Get rid of itching problem | खुजली की समस्या से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय

Home remedies for Get rid of itching problem  | खुजली की समस्या से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय 

खुजली के लिए सबसे कारगर उपाय :-

A. तेल की मालिश, जिससे रूखी और बेजान त्वचा को नमी मिलती है। खुजली से परेशान लोगों को चीनी और मिठाई नहीं खाना चाहिए। परवल का साग, टमाटर, नींबू का रस आदि का सेवन लाभदायक होता है। अगर आपकी स्किन का कोई हिस्सा लाल हो गया है और उसमें बहुत खुजली होती है, तो बिना देरी किए हुए अपने डॉक्टर से मिलें।
B. खुजली होने पर सबसे पहले सावधानी के तौर पर सफाई का पूरा ध्यान रखिए।
C. साबुन का प्रयोग जितना भी हो सकता है, कम कर दें।
D. कभी त्वचा को सुगंधित पदार्थों,. क्रीम, लोशन, शैंपू, जूतों या कपड़ों में पाए जाने वाले रसायनों से भी एलर्जी हो जाती है।
E. अगर आपको कब्ज है तो उसका भी इलाज करवाएं।
F. हफ्ते में दो बार मुल्तानी मिट्टी और नीम की पत्ती का लेप लगाएं, उसके बाद साफ पानी से शरीर को धो लें।
G. थोड़ा सा कपूर लेकर उसमें दो बड़े चम्मच नारियल का तेल हल्का सा गरम करके मिलाकर खुजली वाले स्थान पर नियमित लगाने से लाभ मिलता है।
H. यदि जनेंद्रिय पर खुजली की शिकायत हो, तो गर्म पानी में फिटकरी मिलाकर लगाएं।
I. नारियल तेल का दो चम्मच लेकर उसमें एक चम्मच टमाटर का रस मिलाइए। फिर खुजली वाले स्थान पर भली प्रकार से मालिश करिए। उसके कुछ समय बाद गर्म पानी से स्नान कर लें। एक सप्ताह ऐसा लगातार करने से खुजली मिट जाएगी।
J. यदि गेहूं के आटे को पानी में घोलकर उसका लेप लगाया जाए, तो अनेक प्रकार के चर्म रोग, खुजली, टीस, फोड़े-फुंसी के अलावा आग से जले हुए घाव में भी राहत मिलती है।
K. सवेरे खाली पेट 30-35 ग्राम नीम का रस पीने से चर्म रोगों में लाभ होता है, क्योंकि नीम का रस रक्त को साफ करता है।

Home remedies for glowing face | चमकते चेहरे के लिए घरेलु उपाय एवं सुझाव

Home remedies for glowing face | चमकते चेहरे के लिए घरेलु उपाय एवं सुझाव 

A. चेहरे और गर्दन के हिस्से पर 2 चम्मच टमाटर का रस और 4 चम्मच दही के मिश्रण को लगाएं। इस नुस्खे को नियमित रूप से अपनाने पर चेहरा चमकने लगेगा।


B. स्ट्राबेरी के पके हुए फलों को मैश करके चेहरे पर लगाएं और 15 मिनिट बाद चेहरा धो लें। यह चेहरे के लिए टॉनिक की तरह काम करेगा।


C. दो चम्मच टमाटर का रस और आधा चम्मच शहद मिलाकर चेहरे पर लगाएं। 20 मिनट बाद साफ पानी से चेहरा धो लें। ऐसा करने से रंगत निखरेगी और चेहरा चमकने लगेगा।


D. कई इलाकों में पारंपरिक हर्बल वैद्य शहद के साथ फेसपैक तैयार करते हैं। इन जानकारों के अनुसार बेसन, शहद, जैतून, दूध मलाई को मिलाकर बना ये फेसपैक एक कारगर टॉनिक की तरह काम करता है। फेसपैक को तैयार करने के लिए करीब 3 चम्मच बेसन, शहद, दूध मलाई और जैतून के तेल की 1-1चम्मच मात्रा को आपस में मिलाएं और चेहरे पर लगाएं। करीब 20 मिनट बाद साफ पानी से चेहरा धो लें।


E. केला त्वचा के लिए एक अच्छा नमी कारक (Moisturiser) उपाय है। पके हुए केले को अच्छी तरह से मैश कर लिया जाए और चेहरे पर फेसपैक की तरह लगाएं, करीब 15 मिनट बाद इसे धो लें। चेहरा धोने के बाद रक्त चंदन का लेप लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से चेहरे की त्वचा में जबरदस्त निखार आता है।


F. सौराष्ट्र गुजरात में महिलाएं 1 चम्मच बादाम के तेल में 1/2चम्मच दूध मलाई और नींबू के रस को मिलाकार चेहरे पर लगाती हैं, जानकारों के अनुसार यह मिश्रण चेहरे की त्वचा में ताजगी ले आता है और टॉनिक की तरह काम करता है।


G. दो चम्मच शहद और एक चम्मच नींबू के रस का मिश्रण त्वचा पर लगाएं। करीब 20 मिनिट बाद साफ सूती कपड़े या कपास से इसे साफ कर लें। त्वचा नर्म और मुलायम हो जाएगी।


H. एलोवेरा की पत्तियों को चीरा लगाकर जैल निकाल लें। इसमें कुछ बूंदें नींबू रस की भी मिला लें। सुखी त्वचा पर इसे लगाने से नमी बनी रहती है।


I. दक्षिण भारत में महिलाएं रक्त चंदन को नारियल की मलाई के साथ मिलाकर त्वचा पर लगाती हैं, इनके अनुसार ऐसा करने से त्वचा मुलायम हो जाती है।


J. हिमाचल में महिलाएं सेब के फलों को कुचलकर रस तैयार करती हैं और इस रस को मुहांसो और चेहरे के अन्य दाग धब्बों वाले हिस्सों पर लगाती हैं। ऐसा करने से मुहांसो में आराम मिलता है और त्वचा के पुराने दाग- धब्बे भी खत्म हो जाते हैं।

Home remedies of Beet | चुकंदर का घरेलु उपयोग

Home remedies of Beet | चुकंदर का घरेलु उपयोग
Home remedies of Beet | चुकंदर का घरेलु उपयोग

               चुकंदर को लगभग सारी दुनिया में सलाद के तौर पर खाया जाता है। भारत के अनेक राज्यों में मुख्य रूप से लाल और सफेद रंग के चुकंदर की खेती की जाती है। सफेद चुकंदर से व्यवसायिक तौर पर शुगर प्राप्त की जाती है, जबकि लाल चुकंदर सलाद और सब्जी के तौर पर खाई जाती है। आम लोगों को चुकंदर के औषधीय महत्व के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं हैं, जबकि सुदूर ग्रामीण और वनांचलों में चुकंदर अनेक हर्बल नुस्खों के तौर पर अपनाई जाती है।

1. दिल के रोगों से ग्रस्त रोगियों को कच्चा चुकंदर चबाने से काफी फायदा होता है। रोजाना कम से कम 2 चुकंदर चबाने से दिल की बीमारियां होने की संभावनांए कम होती हैं।
2. वजन कम करने के लिए चुंकदर एक बेहतर उपाय है। कच्चा चुकंदर या कम से कम 2 चुकंदर का जूस रोजाना सुबह खाली पेट लेने से मोटापा कम होने लगता है।

3. आदिवासी एसिडिटी होने पर चुकंदर के जूस के सेवन की सलाह देते हैं। चुकंदर न सिर्फ किडनी की सफाई में मदद करता है बल्कि यकृत को स्वस्थ बनाने में भी मदद करता है।

4. हर्बल जानकार चुंकदर को कैंसर जैसे भयावह रोग से ग्रसित रोगी को खिलाने की सलाह देते है। इनका मानना है कि चुकंदर कैंसर नियंत्रण में काफी मददगार होती है। आधुनिक शोध भी कैंसर के लिए चुकंदर को महत्वपूर्ण मानते हैं। चुकंदर में पाया जाने वाला लाल रंग बेटाईन नामक रसायन की वजह से होता है, जो कैंसरग्रस्त कोशिकाओं की वृद्दि रोकने में मददगार साबित हुआ है।

5. हर्बल जानकार चुकंदर सेवन की सलाह गर्भवती महिलाओं को देते हैं। इनके अनुसार चुकंदर का सेवन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भी करना चाहिए। यह महिलाओं को ताकत देता है और शरीर में खून की मात्रा तैयार करने में मददगार साबित होता है। चुकंदर में भरपूर मात्रा में लौह तत्व और फ़ोलिक एसिड पाए जाते हैं जो खून के निर्माण के लिए मददगार होते हैं।

6. चुकंदर को कच्चा चबाना ही ज्यादा फायदामंद होता है, क्योंकि इसे उबालने से इसमें पाए जाने वाले महत्वपूर्ण खनिज और फोलिक अम्ल खत्म हो जाते हैं। माना जाता है कि जो लोग ज्यादा चुकंदर का सेवन करते हैं, उनके बाल, नाखून आदि ज्यादा चमकदार और स्वस्थ रहते हैं।

7. अपचन होने पर रोगियों को कच्चा चुकंदर खाने की सलाह देते हैं। दरअसल, चुकंदर कच्चा चबाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में फाइबर मिलते हैं, जो पाचन क्रिया संतुलित कर अपचन की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।

8. चुकंदर को एंटी एजिंग के लिए एक महत्वपूर्ण और कारगर फार्मुला माना गया है। यह शारीरिक कोशिकाओं को तरोताजा रखने में सहायक तो होता ही है। इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन को सुचार रखने में बेहतर साबित होता है।

Home remedies of Fennel | सौंफ का घरेलु उपयोग




Home remedies of Fennel | सौंफ का घरेलु उपयोग

                 सौंफ का वानस्पतिक नाम फीनीकुलम वलगेयर है। इसमें कैल्शियम, सोडियम, फाॅस्फोरस, आयरन और पोटैशियम जैसे कई अहम तत्व पाए जाते हैं। सुदूर आदिवासी अंचलों में सौंफ को अनेक हर्बल नुस्खों के तौर पर अपनाया जाता है,

                 The botanical name is Foeniculum vulgare fennel. Calcium, sodium, Phosphorus, several key elements such as iron and potassium are found. Aniseed in remote tribal areas as many herbal remedies are adopted,

A. रोजाना दिन में तीन से चार बार सौंफ के बीजों की कुछ मात्रा चबाने से खून साफ होता है ।त्वचा का रंग भी साफ हो जाता है। सौंफ के पानी से चेहरे की सफाई करने से चेहरे के दाग- धब्बे दूर होने लगते हैं।


B. आदिवासियों का मानना है कि सौंफ के निरंतर उपयोग से आंखें स्वस्थ रहती हैं। साथ ही, मोतियाबिंद की शिकायत भी नहीं होती। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आदिवासी सौंफ के चूर्ण को पानी में घोलकर पीने की सलाह भी देते हैं। 


C. भारतीय आदिवासियों के अनुसार सौंफ के रोजाना सेवन से शरीर पर चर्बी नही बढ़ती और कोलेस्ट्रॉल भी काफी हद तक काबू किया जा सकता है। इस बात की प्रमाणिकता आधुनिक विज्ञान भी साबित कर चुका है।


D. अपचन और खांसी की समस्या हो तो एक कप पानी में एक चम्मच सौंफ को उबालकर दिन में 3 से 4 बार पिएं। बहुत जल्दी आराम मिलेगा।


E. सौंफ के साथ बराबर मात्रा में धनिए के बीजों और मिश्री को पीस लें। खाना खाने के बाद 5-6 ग्राम मात्रा में इसे लेने से कुछ ही दिनों में हाथ- पांव में होने वाली जलन की शिकायत पूरी तरह खत्म हो जाती है।


F. खून की कमी के रोगी अनंतमूल, दालचीनी और सौंफ की समान मात्रा लेकर चाय के समान उबालकर कम से कम दिन में एक बार सेवन करें। यह नुस्खा अपनाने से खून साफ होने के साथ ही खून की कमी की समस्या भी दूर हो जाती है।


G. दो चम्मच सौंफ और 5 ग्राम अदरक एक गिलास पानी में डालकर इतना उबालें कि एक चौथाई पानी बच जाए। इसे एक दिन में 3-4 बार लेने से दस्त में आराम मिलता है। साथ ही, यह नुस्खा गैस और कब्ज में भी लाभदायक है।


H. परवल का जूस तैयार कर इसमें करीब 4 ग्राम सौंफ के दाने और चुटकी भर हींग का पिसा हुआ चूर्ण मिला लें। इस नुस्खे के नियमित सेवन से मोटापा कम होने लगता है।


I. सौंफ, मिश्री व धनिए की समान मात्रा लेकर पाउडर बनाकर 6-6 ग्राम रोजाना खाने के बाद लेने से हाथ पैर की जलन, एसिडिटी, आंखों की जलन, पेशाब में जलन व सिर दर्द की समस्या दूर हो जाती है।

               A.  a day three to four times the amount of fennel seeds are chewed .Skin colour of blood is wiped clean. Fennel facial cleansing with water to remove stains from the stain of faces seem to be. 

B.  Tribals believe that the continued use of fennel eyes are healthy. Additionally, there are also complaints of glaucoma. To keep eyes healthy aboriginal fennel powder dissolved in water and give drink.  

C. Indian  tribes, according to the daily intake of fennel growing on the body, not fat and cholesterol may also be largely contained. Modern science has also proved the authenticity of the. 

D. If the problem of indigestion and cough into a cup of water and boil a teaspoon aniseed drink 3 to 4 times a day. Too early to relax. 

E. anise with coriander seeds and sugar candy in equal quantity and grind. After lunch take 5-6 grams of it a few days complained of a burning sensation in the hands and feet are completely over. 

F. Indian sarsaparilla patient blood loss, with equal amounts of cinnamon and anise tea Similar to drink boiled at least once a day. This recipe from adopting clean the blood as well as blood loss is the issue of. 

G.  two teaspoons fennel and 5 grams of ginger and pour into a glass of water so that a fourth boil water to survive. 3-4 times a day to relieve Diarrhea. Also, this recipe is also beneficial in gas and constipation. 

H. Parwal nearly 4 grams of prepared juice and a pinch of fennel seeds, Asafoetida powder and mix the ground. Regular intake of the prescription obesity decreases.


I. anise, sugar and coriander powder by about the same amount of 6-6 g per day after eating take-arm leg irritation, acidity, irritation of the eyes, irritation and headache problem in urination ends.

Tuesday, October 6, 2015

Home remedy for Kidney stone in Hindi गुर्दे की पथरी का घरेलू इलाज

पथरी का घरेलू इलाज:
If stones are upset follow these easy tips.


1. रोजाना एक गाजर खाने से मूत्र पिंड में फंसी हुई पथरी भी बाहर निकल जाती है।
2. तुलसी के बीज को हिमजीरा दानेदार चीनी व दूध के साथ लेने से पथरी निकल जाती है।
3. जीरे को मिश्री या शहद के साथ लेने पर पथरी घुलकर पेशाब के साथ निकल जाती है।
4. मूली को खोखला करने के बाद उसमे बीस-बीस ग्राम गाजर शलगम के बीज भर दें, उसके बाद मूली को भून लें, फिर बीज निकाल कर पीस लें। सुबह पांच या छ: ग्राम पानी के साथ एक माह तक पीते रहे,पथरी में फायदा मिलेगा।
1  Everyday eat a carrot out stones trapped in the body of the urine is lost.
2. Himjira granulated sugar and milk with basil seeds is lost by taking calculus.
3. Cumin with sugar or honey to dissolve the stones with urine is lost.
4. After undermining him twenty-twenty grams of radish carrot and turnip seed fill, then fry radish, then grind the seeds out. Morning five or six grams of drinking water a month, would benefit calculus.


ये तरीके भी हैं पथरी बाहर निकालने के:

1. सहजन की सब्जी खाने से गुर्दे की पथरी टूट कर बाहर निकल जाती है।
2. पका हुआ जामुन खाने से पथरी रोग में आराम मिलता है।
3. आंवले का चूर्ण मूली के साथ खाने से मूत्राशय की पथरी में लाभ होता है।
4. पथरी के रोगियों को टमाटर के सेवन में संयम बरतना चाहिए।
5. एक दिन में कम से कम दो से तीन लीटर पानी पिएं।
6. आम के पत्ते छांव में सुखाकर बहुत बारीक पीस लें और आठ ग्राम मात्रा में रोज पानी के साथ लें।

These are some of the ways to get out appendicitis

1. drumstick vegetable kidney stones are broken out.
2. ripe berries eating disease relief in stone.
3. Amla powder with radish eating is beneficial in bladder stones.
4. appendicitis patients should have tolerance in tomato intake.
5. One day, drink at least two to three liters of water.
6. The general leaves much grind dried in the shade and finished with eight grams of rose water.


पथरी से बचने के तरीके-

1. आहार में प्रोटीन, नाइट्रोजन तथा सोडियम की मात्रा कम हो।
2. चाॅकलेट, सोयाबीन, मूंगफली, पालक आदि का सेवन बहुत ज्यादा न करें।
3. आवश्यकता से अधिक कोल्डड्रिंक्स भी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
4. विटामिन-सी की मौजूदगी वाली चीजों के ज्यादा सेवन से बचें।
5. फलों का रस (जूस) लेने से पथरी का खतरा कम होता है।
6. महीने में पांच दिन एक छोटी चम्मच अजवाइन लेकर उसे पानी से निगल जाएं।

Tricks for Avoid stone- 

1. Dietary protein, nitrogen and reduce the amount of sodium.
2. Chock-let, Soya-beans, peanuts, spinach, etc. Do not eat too much.
3. The extra cold rinks can also damage.
4. The presence of vitamin-C Avoid things overdose.
5. Fruit juice reduces the risk of making stones.
6. Five days ago swallowed with water to about a teaspoon celery.

Monday, October 5, 2015

Tips about Onion to use for Good Health. प्याज के बारे में सुझाव और अच्छे स्वास्थ्य के लिए इसका उपयोग ।

Tips about Onion to use for Good Health.
Tips about Onion to use for Good Health.
healthtiphindi.blogspot.com
           तमाम तरह के व्यंजनों, खान-पान और सलाद के तौर पर प्याज का इस्तेमाल आम बात है। रसोई में अगर प्याज न हो तो रसोई अधूरी होती है। इसका वानस्पतिक नाम एलियम सीपा है। यह एक गुणकारी पौधा है। इसमें ग्लुटामिन, अर्जीनाइन, सिस्टन, सेपोनिन जैसे महत्वपूर्ण रसायनों के अलावा शर्करा भी पाई जाती है।आइए आज जानते है कि प्याज के कौन कौन से पारंपरिक नुस्खे हैं, जिन्हें अपनाकर रोजमर्रा के जीवन की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से निजात पाई जा सकती हैै।
        All kinds of recipes, food and salad onions used as common. If the kitchen is incomplete without the onions in the kitchen. Its botanical name is Allium CIPA. It is a healthy plant. The Glutamine, Arginain, Sistan, in addition to important chemicals such as sugars are also found Seponin law.Come determine which traditional prescriptions of today know that onions are adopting health-related problems of everyday life can be found freedom is.

1. बूढ़ों और बच्चों को ज्यादा कफ हो जाने पर प्याज के रस में मिश्री मिलाकर चटाने से फायदा मिलता है। 
When the old men and children more phlegm onion juice mixed with sugar candy Ctane benefit from.

2. प्याज के रस और नमक का मिश्रण मसूड़ो की सूजन और दांत दर्द को कम करता है। 
The mixture of onion juice and salt gingival reduces inflammation and tooth pain.

3. मुख्य रूप से प्याज सफेद और लाल रंग के होते हैं। सफेद प्याज दिल की समस्याओं के लिए गुणकारी होता है, जबकि लाल प्याज शरीर को बल देने वाला होता है। सिर दर्द होने पर प्याज के सफेद कंद को तोड़कर सूंघना चाहिए। इसके अलावा चंदन में कपूर घिसकर कपाल पर लगाने से बहुत जल्दी आराम मिलता है। 
The mainly white and red onions contain. White onions are beneficial for heart problems, while red onion body is going to support. Breaking the smell of onions on white loaf headache should be. Also Kapoor Grind sandalwood and apply on the forehead is very quick relief.

4. वीर्यवृद्धि के लिए सफेद प्याज के रस के साथ शहद लेने पर फायदा होता है।
Increased semen white onion juice with honey is taking advantage.

5. पातालकोट के आदिवासी मधुमक्खी या ततैया के काटे जाने पर घाव पर प्याज का रस लगाते हैं।
Bee or wasp tribal Patalkot cutting onion juice and apply on the wound.


6. बच्चों के शारीरिक विकास के लिए प्याज और गुड़ के सेवन की सलाह गुजरात के डांगी आदिवासी देते है।
Physical development of children's intake of onions and molasses give advice Gujarat tribal Dangee.

7. आदिवासियों का मानना है कि प्याज के सफेद कंद का रस, शहद, अदरक रस और घी का मिश्रण 21 दिनों तक लगातार 
ने से नपुंसकता दूर होकर पौरूषत्व प्राप्त होता है।
Tribes believe that white loaf of onion juice, honey, ginger juice and melted butter mixture for 21 days continuously taking impotence and receive Sexual power (Purushtva)

8. प्याज के रस को सरसों के तेल में मिलाकर जोड़ो पर मालिश करने से आमवात, जोड़ दर्द में आराम मिलता है। माना जाता है कि इस नुस्खे को दो महीनों तक लगातार आजमाया जाए, तो बहुत फायदा होता है।
Add onion juice mixed with mustard oil to massage rheumatism, joint pain relief. It is believed that the tips are tested continuously for two months, so many benefits.

9. प्याज के बीजों को सिरके में पीसकर प्राप्त रस को दाद-खाज और खुजली में लगाने पर अतिशीघ्र आराम मिलता है। आदिवासी अंचलों में लोग चिकन पोक्स के रोगियों को प्याज की माला पहनाकर रखते है, उनके अनुसार प्याज सूक्ष्मजीवी प्रभाव और संक्रमण को रोकता है
Grind the onion seeds in vinegar juice scabies and ringworm, itchy rash on putting in relief. Poks people in tribal areas of chicken, onion garlanding keeping patients, according to their microbial effect and prevents infection onion.