Tuesday, October 20, 2015

Useful Madar (aak) Tree | आकरे के पौधे का घरेलू उपयोग

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Useful Madar (aak) Tree | आकरे के पौधे का घरेलू उपयोग 
               मदार को सामान्यत: लोग जहरीला पौधा मानते हैं। इसी भ्रम के कारण अधिकतर लोग इसकी उपयोगिता को नजरअंदाज कर देते हैं। आयुर्वेद में भी इसे उपविष कहा गया है, लेकिन इसे औषधीय रूप से बहुत उपयोगी माना गया है। आइए, आज हम आपको बताते हैं मदार के पौधे के औषधीय गुणों के बारे में।

1. यदि आप सिर में फंगल संक्रमण के कारण होने वाली खुजली से परेशान हैं, तो जहां फंगल संक्रमण है, वहां मदार का दूध लगाएं। फंगल संक्रमण खत्म हो जाएगा।

2. मदार के पीले पके पत्तों पर घी चुपड़ कर धीमी आंच पर गर्म कर लें। इसके बाद पत्ते से रस निकालकर दो से तीन बूंद कान में डालने से कान के रोगों में लाभ होता है।

3. मदार के सूखे फूल, लौंग 10 से 20 ग्राम, काली मिर्च 2.5 ग्राम मात्रा में मिलाकर पीसकर गोलियां बना लें। इस गोली को सुबह-शाम दमा रोगी को देने से फायदा होता है।
4. खाना नहीं पच रहा हो तो मदार के पत्तों का रस निकाल लें। इस रस में बराबर मात्रा में एलोवेरा का जूस मिलाकर थोड़ी चीनी डाल कर पका लें। ठंडा कर कांच की साफ बोतल में भरकर रख लें। इसका सेवन करने से लाभ होता है।

5. मदार की एक कोंपल को पान के पत्ते पर रखकर खाली पेट चबाने से पीलिया के रोगी को आराम मिलता है।
6. मदार के पत्तों को पीसकर पोटली बना लें। इस पोटली पर घी लगाकर तवे पर गर्म कर दर्द वाले स्थान पर सेंक करने से दर्द में आराम मिलता है।

7. यदि कोई पुराना घाव ठीक न हो रहा हो तो मदार का दूध 5 से 10 मिली और 2.5 ग्राम दारुहरिद्रा मिलाएं। इस घोल में रूई डूबोकर घाव पर लगाने से राहत मिलती है।
8. मदार के पत्तों पर जमी सफेदी निकालें। उसे आटा या मैदा में मिलाएं। इस मिश्रण की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर खाली पेट सेवन करने से कीड़े के जहर का प्रभाव दूर हो जाता है।

9. मदार के दूध में थोड़ा सेंधा नमक मिलाएं। जिस दांत में दर्द हो, वहां इस मिश्रण को रूई से लगाएं। कुछ देर लगा रहने दें, आराम मिलेगा।

10. आक के आठ से दस पत्तों में पांच से दस ग्राम काली मिर्च मिलाकर पीस लें। इसमें थोड़ी हल्दी मिलाकर मंजन करने से दांत मजबूत होते हैं।

11. मदार के फूल को सुखाकर सौंठ ,मरीच और पिप्पली के साथ मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण में थोड़ा अदरक का रस मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इस गोली को खाने से गले की खराश दूर हो जाती हैै।

12. मदार के फूलों के गुच्छों को तोड़ने से निकले दूध को एकत्रित कर लें। इस दूध में नारियल का तेल मिलाकर दाद पर लगाने से खुजली दूर हो जाती है।
13. पीले पड़े हुए मदार के दो पत्तों का रस नाक में टपकाने से माइग्रेन में लाभ मिलता है।

14. पसलियों या मांसपेशियों में दर्द हो तो मदार के दूध में थोड़ा पिसा काला तिल मिलाएं। मदार के पत्ते पर सरसों का तेल लगाएं। इसके बाद तिल का लेप पत्ते पर लगाएं और पत्ते को बांध लें, आराम मिलेगा।

15. यदि आप जोड़ों के दर्द से परेशान हों तो मदार के फूल को सौंठ, काली मिर्च, हल्दी और नागरमोथा को बराबर मात्रा में मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। एक से दो गोली सुबह-शाम चिकित्सक के परामर्श के अनुसार लें, लाभ होगा।

16. मदार के पत्तों का रस लगभग 1000 मि.ली. और कच्ची हल्दी का रस 250 मि.ली. की मात्रा में मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं। जब तेल बच जाए तो इसे छान कर लगाने से पुराना घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है।

17. मदार के दूध की 5 बूंद, कच्चे पपीते का रस 10 बूंद, चिरायता का रस 15 बूंद और थोड़ा गौमूत्र मिलाकर पुराने बुखार से पीड़ित रोगी को देने से लाभ मिलता है।

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