Wednesday, October 7, 2015

Home remedies of Fennel | सौंफ का घरेलु उपयोग




Home remedies of Fennel | सौंफ का घरेलु उपयोग

                 सौंफ का वानस्पतिक नाम फीनीकुलम वलगेयर है। इसमें कैल्शियम, सोडियम, फाॅस्फोरस, आयरन और पोटैशियम जैसे कई अहम तत्व पाए जाते हैं। सुदूर आदिवासी अंचलों में सौंफ को अनेक हर्बल नुस्खों के तौर पर अपनाया जाता है,

                 The botanical name is Foeniculum vulgare fennel. Calcium, sodium, Phosphorus, several key elements such as iron and potassium are found. Aniseed in remote tribal areas as many herbal remedies are adopted,

A. रोजाना दिन में तीन से चार बार सौंफ के बीजों की कुछ मात्रा चबाने से खून साफ होता है ।त्वचा का रंग भी साफ हो जाता है। सौंफ के पानी से चेहरे की सफाई करने से चेहरे के दाग- धब्बे दूर होने लगते हैं।


B. आदिवासियों का मानना है कि सौंफ के निरंतर उपयोग से आंखें स्वस्थ रहती हैं। साथ ही, मोतियाबिंद की शिकायत भी नहीं होती। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आदिवासी सौंफ के चूर्ण को पानी में घोलकर पीने की सलाह भी देते हैं। 


C. भारतीय आदिवासियों के अनुसार सौंफ के रोजाना सेवन से शरीर पर चर्बी नही बढ़ती और कोलेस्ट्रॉल भी काफी हद तक काबू किया जा सकता है। इस बात की प्रमाणिकता आधुनिक विज्ञान भी साबित कर चुका है।


D. अपचन और खांसी की समस्या हो तो एक कप पानी में एक चम्मच सौंफ को उबालकर दिन में 3 से 4 बार पिएं। बहुत जल्दी आराम मिलेगा।


E. सौंफ के साथ बराबर मात्रा में धनिए के बीजों और मिश्री को पीस लें। खाना खाने के बाद 5-6 ग्राम मात्रा में इसे लेने से कुछ ही दिनों में हाथ- पांव में होने वाली जलन की शिकायत पूरी तरह खत्म हो जाती है।


F. खून की कमी के रोगी अनंतमूल, दालचीनी और सौंफ की समान मात्रा लेकर चाय के समान उबालकर कम से कम दिन में एक बार सेवन करें। यह नुस्खा अपनाने से खून साफ होने के साथ ही खून की कमी की समस्या भी दूर हो जाती है।


G. दो चम्मच सौंफ और 5 ग्राम अदरक एक गिलास पानी में डालकर इतना उबालें कि एक चौथाई पानी बच जाए। इसे एक दिन में 3-4 बार लेने से दस्त में आराम मिलता है। साथ ही, यह नुस्खा गैस और कब्ज में भी लाभदायक है।


H. परवल का जूस तैयार कर इसमें करीब 4 ग्राम सौंफ के दाने और चुटकी भर हींग का पिसा हुआ चूर्ण मिला लें। इस नुस्खे के नियमित सेवन से मोटापा कम होने लगता है।


I. सौंफ, मिश्री व धनिए की समान मात्रा लेकर पाउडर बनाकर 6-6 ग्राम रोजाना खाने के बाद लेने से हाथ पैर की जलन, एसिडिटी, आंखों की जलन, पेशाब में जलन व सिर दर्द की समस्या दूर हो जाती है।

               A.  a day three to four times the amount of fennel seeds are chewed .Skin colour of blood is wiped clean. Fennel facial cleansing with water to remove stains from the stain of faces seem to be. 

B.  Tribals believe that the continued use of fennel eyes are healthy. Additionally, there are also complaints of glaucoma. To keep eyes healthy aboriginal fennel powder dissolved in water and give drink.  

C. Indian  tribes, according to the daily intake of fennel growing on the body, not fat and cholesterol may also be largely contained. Modern science has also proved the authenticity of the. 

D. If the problem of indigestion and cough into a cup of water and boil a teaspoon aniseed drink 3 to 4 times a day. Too early to relax. 

E. anise with coriander seeds and sugar candy in equal quantity and grind. After lunch take 5-6 grams of it a few days complained of a burning sensation in the hands and feet are completely over. 

F. Indian sarsaparilla patient blood loss, with equal amounts of cinnamon and anise tea Similar to drink boiled at least once a day. This recipe from adopting clean the blood as well as blood loss is the issue of. 

G.  two teaspoons fennel and 5 grams of ginger and pour into a glass of water so that a fourth boil water to survive. 3-4 times a day to relieve Diarrhea. Also, this recipe is also beneficial in gas and constipation. 

H. Parwal nearly 4 grams of prepared juice and a pinch of fennel seeds, Asafoetida powder and mix the ground. Regular intake of the prescription obesity decreases.


I. anise, sugar and coriander powder by about the same amount of 6-6 g per day after eating take-arm leg irritation, acidity, irritation of the eyes, irritation and headache problem in urination ends.

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